जितेंद्र गोगी की मौत के बाद सुशील पहलवान ने ली राहत की सांस, लारेंस बिश्नोई से था खतरा

दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुई कुख्यात बदमाश जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद तिहाड़ जेल में बंद सुशील पहलवान ने राहत की सांस ली। गोगी की हत्या के बाद जेल में बंद उसके सबसे महत्वपूर्ण साथी अब दुश्मन लॉरेंस बिश्नोई को तिहाड़ जेल से निकालकर राजस्थान की जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। लारेंस बिश्नोई से वहां सुशील को सबसे ज्यादा खतरा था।

सुशील पहलवान को मंडोली जेल में रखा गया था

जानकारी के अनुसार, हत्या के मामले में सुशील पहलवान बीते जून महीने से तिहाड़ जेल में बंद है। हत्या के मामले में उसने काला जठेड़ी के भांजे की पिटाई कर दी थी। इसकी वजह से काला जठेड़ी और लॉरेंस बिश्नोई से उसे खतरा था।

यही वजह है कि तिहाड़ जेल में काफी दिनों तक लॉरेंस बिश्नोई की मौजूदगी के चलते सुशील पहलवान को मंडोली जेल में रखा गया था, लेकिन बाद में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के बाद उसे भी तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। सुरक्षा के बावजूद वह लारेंस बिश्नोई की मौजूदगी के चलते खुद को असुरक्षित महसूस करता था। खासतौर से काला जठेड़ी की गिरफ्तारी के बाद से उसे ज्यादा खतरा महसूस हो रहा था।

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रोहिणी कोर्ट में मारा गया जितेंद्र गोगी कुख्यात बदमाश लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग से हाथ मिला चुका था। उसके साथी कुलदीप उर्फ फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में भी काला जठेड़ी ने मदद की थी। इस वजह से सुशील पहलवान को न केवल लॉरेंस बिश्नोई- काला जठेड़ी से बल्कि जितेंद्र गोगी से भी खतरा था। गोगी की मौत के बाद जेल प्रशासन का यह प्रयास है कि उसके गुर्गो से भी सुशील को दूर रखा जाए ताकि वह उस पर हमला न कर सके।