निजी स्कूल में छात्र की मौत, पिता ने लगाया पुलिस और स्कूल की थ्योरी में गड़बड़ी की आशंका

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत विहार इलाके में मंगलवार की सुबह एक निजी स्कूल में एक दुखद घटना में 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। पुलिस को संदेह है कि मौत का कारण दौरा पड़ना है, जबकि परिवार का दावा है कि लड़के को उसके सहपाठी ने पीटा था।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने स्कूल से सीसीटीवी फुटेज एकत्र की है, जिसमें असेंबली के बाद कुछ लड़के आपस में लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। परिवार ने बताया कि वसंत विहार के कुदुमपुर पहाड़ी निवासी प्रिंस को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटे के तहत चिन्मय विद्यालय में दाखिला मिला था। वह छठी कक्षा में पढ़ता था और 3 नवंबर को 12 साल का हो गया।

इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए स्कूल से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन स्कूल ने कोई जवाब नहीं दिया। पुलिस ने बताया कि उन्हें वसंत कुंज फोर्टिस अस्पताल से सुबह 10.15 बजे सूचना मिली कि प्रिंस को मृत अवस्था में लाया गया है।

प्रिंस के मुंह से झाग जैसा पदार्थ निकल रहा था

पुलिस ने एक बयान में कहा कि जांच और शव की जांच करने पर पता चला कि शव पर चोट के कोई निशान नहीं थे, हालांकि उसके मुंह से झाग जैसा कुछ निकल रहा था। बयान में आगे कहा गया कि स्कूल के छात्रों और शिक्षकों से पूछताछ की जा रही है और उसके अनुसार आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

‘कुछ तो गड़बड़ है’: प्रिंस के पिता

प्रिंस के पिता सागर वसंत विहार सोसाइटी में सीवर लाइन वर्कर के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अपने बेटे को स्कूल में छोड़ा था, तब वह बिल्कुल ठीक था और उसका कोई मेडिकल इतिहास नहीं था। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा पूरी तरह स्वस्थ था और उसे दौरे पड़ने का कोई इतिहास नहीं था। वह फुटबॉल भी खेलता था और एक अच्छा खिलाड़ी था, इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में भाग लेता था और कई पदक जीतता था. उन्होंने कहा कि स्कूल और पुलिस की थ्योरी में कुछ गड़बड़ है।

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उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ छात्रों ने उन्हें बताया कि प्रिंस का अपने सहपाठी से झगड़ा हुआ था, जिसके दौरान वह बेहोश हो गया और फिर स्कूल के शिक्षक उसे अस्पताल ले गए। पहले उसे होली एंजल्स अस्पताल ले जाया गया, फिर उसे फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार का विरोध प्रदर्शन

बच्चे की मौत की गहन जांच की मांग करते हुए परिजनों और अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने मामले में एफआईआर दर्ज करने और दोषी की गिरफ्तारी की भी मांग की। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।