भारतीय सैन्य बलों के पहले प्रमुख सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए श्रीलंका, नेपाल और भूटान सेना अपने शीर्ष अधिकारियों को भेज रही है। श्रीलंकाई सेना अपने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कमांडर जनरल शैवेंद्र सिल्वा को भेज रही है। इसके अलावा नेपाली सेना के उप सेनाध्यक्ष और भूटान सेना के दूसरे नंबर के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी आ रहे हैं।
अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में किया जाना है। श्रीलंका का प्रतिनिधित्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और श्रीलंकाई सेना के कमांडर जनरल शैवेंद्र सिल्वा करेंगे। उनके साथ पूर्व सीडीएस एडमिरल रवि विजेगुनारत्ने (सेवानिवृत्त) भी होंगे, जो भारत के नेशनल डिफेंस कॉलेज से सीडीएस के कोर्समेट थे। सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में नेपाली सेना का प्रतिनिधित्व उप सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की करेंगे। सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में रॉयल भूटान सेना का प्रतिनिधित्व उप मुख्य संचालन अधिकारी ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन करेंगे। वह चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर के बाद रॉयल भूटान आर्मी के दूसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं।
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चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर गुरुवार रात को वायुसेना के विमान से पालम एयरपोर्ट पर लाये गए हैं। यहां रावत दंपति के शव श्रद्धांजलि देने के लिए रखे गए हैं। दोनों पार्थिव देह शुक्रवार को सीडीएस के कामराज मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाई जाएंगी। यहीं पर सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सम्मान देने के लिए शवों को रखा जाएगा। इसके बाद यहीं से उनके पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक निकाली जाएगी जहां राजकीय सम्मान से साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।