प्रदेश में शुरू हुआ गोल्‍डन कार्ड बनाने का विशेष अभियान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ चुकी है। हर एक दिन जहां टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, वहीं पॉजिटिव आने वाले सैम्पल में कमी होती जा रही है। हर दिन ढाई से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है। प्रदेश में अब तक कुल 06 करोड़ 45 लाख 02 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। जो देश के दूसरे जनपदों से कहीं अधिक है। बीते 24 घंटों में दो लाख 25 हजार से अधिक टेस्‍ट किए गए जिसमें महज 36 नए मरीजों की पुष्टि हुई। 25 करोड़ आबादी वाले यूपी की अपेक्षा देश के दूसरे प्रदेशों में जहां टीकाकरण व जांच की गति धीमी है वहीं रोजाना तेजी से संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।

महाराष्‍ट्र, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्‍ली समेत अन्‍य राज्‍यों की राज्‍य सरकारें संक्रमण पर लगाम नहीं लगा पा रही हैं। इसके विपरीत इन राज्‍यों से कहीं अधिक आबादी वाले यूपी में तेजी से संक्रमण के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के 11 जिलों में बीते 24 घंटे में कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं मिला। एक्टिव कोविड केस की संख्या अब 798 रह गई है। बता दें कि ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों में थी। जनपद अलीगढ़, बदायूं, बस्ती, बहराइच, एटा, फतेहपुर, हमीरपुर, हाथरस, कसगंज, महोबा और श्रावस्ती आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।

प्रदेश में शुरू हुआ गोल्‍डन कार्ड बनाने का विशेष अभियान

आयुष्मान योजना से वंचित परिवारों के लिए गोल्डन कार्ड बनाने का विशेष अभियान शुरू हो गया है। पहले दिन 26 हजार नए परिवारों को इस योजना से जोड़ा गया। ऐसे अन्त्योदय कार्डधारक परिवार, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में से किसी भी योजना से आच्छादित नहीं हैं उनको मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े अन्त्योदय कार्डधारक परिवार को बीमारी की स्थिति में होने वाले खर्च से सुरक्षा मिलेगी। 40 लाख से अधिक अंत्योदय कार्डधारक परिवार इस निर्णय से सीधे लाभान्वित होंगे।

देश में सर्वाधिक ऑक्‍सीजन प्‍लांट स्‍थापित करने वाला प्रदेश यूपी

अब तक पूरे प्रदेश में 238 ऑक्‍सीजन प्‍लांट क्रियाशील किए जा चुके हैं। प्रदेश में 15 अगस्‍त तक लगभग 549 ऑक्‍सीजन प्‍लांट को क्रियाशील करने का लक्ष्‍य राज्‍य सरकार ने निर्धारित किया है। इन सभी ऑक्‍सीजन प्‍लांट के सक्रिय होने के साथ ही यूपी देश के दूसरे राज्‍यों की अपेक्षा सर्वाधिक ऑक्‍सीजन प्‍लांट स्‍थापित करने वाला राज्‍य यूपी होगा। इन ऑक्‍सीजन प्‍लांट के संचालन से भविष्‍य में भी प्रदेश के अस्‍पतालों में ऑक्‍सीजन की किल्‍लत नहीं होगी। बता दें कि ऑक्‍सीजन जनरेटर के जरिए 15 प्रतिशत ऑक्‍सीजन की 3300 बेड पर आपूर्ति हो रही है। मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू पीकू और नियोनेटल आईसीयू नीकू का कार्य पूरा किया जा रहा है। सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड बढ़ाने संग जिला और सीएचसी असपतालों को इसी तर्ज पर सुविधायुक्‍त किया जा रहा है।

54 जनपदों में नहीं हुई एक भी नए केस की पुष्टि

सर्वाधिक जांच करने वाले यूपी के किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई। 54 जिलों में संक्रमण के एक भी केस नहीं पाया गया, जबकि 21 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। इस दौरान पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत रही। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। अब तक 16 लाख 84 हजार से अधिक प्रदेशवासियों कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक उत्तर प्रदेश में 04 करोड़ 53 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन की डोज दी चुकी है। इसमें, केवल जुलाई माह में एक करोड़ 32 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई गई है। प्रदेश के 03 करोड़ 79 लाख से अधिक लोगों ने कम से कम कोविड की पहली डोज ले ली है। ये किसी एक राज्य द्वारा किया गया अब तक सर्वाधिक वैक्सीनेशन है।