पटरियों पर घूमते हुये इन शाही महलों में मौजूद है स्पा और बुटिक, देखकर रह जाएंगे दंग

कई सारे लोगों को रेल यात्रा बहुत पसंद होती है। रेल यात्राओं की यह खासियत होती है कि यह आपके सफर को यादगार बना देती हैं। भारत में कई सारी ऐसी शाही रेल हैं जिन्हें रेल कहना उनका अपमान करने जैसा है। यह पटरियों पर घूमने वाले महल हैं जिन्हें देखकर आंखें खुली की खुली रह जाती हैं। इन ट्रेनों में बैठने के बाद यात्रियों को राजा-महाराजाओं जैसा महसूस होता है। इनकी बनावट बेहद आकर्षक होती है। साथ ही ये सर्वसुविधायुक्त होती हैं। जानिए इन शाही सवारियों से जुड़ी रोचक जानकारी।

पैलेस ऑन व्हील्स

राजस्थान की सुनहरी भूमि की एक अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाती है-पैलेस ऑन व्हील्स यानी पहियों पर दौड़ता महल। 26 जनवरी 1982 को भारत की पहली शाही ट्रेन की शुरुआत लोगों को राजशाही ठाठ-बाट के अंदाज़ में सफ़र कारवाने के लिए की गई थी। सात दिवसीय शाही यात्रा दिल्ली से शुरु होकर जयपुर, रणथंबौर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा होती हुई पुन: दिल्ली पर समाप्त होती है। खूबसूरत फर्नीचर, गलीचे, बार, स्पा, लाउंज और महाराजा-महारानी नाम से दो रेस्टोरेंट इस ट्रेन में मौजूद हैं।

रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स

पैलेस ऑन व्हील्स की तरह ही यह ट्रेन भी आपका राजस्थान के रजवाड़ों के ठाठ और इतिहास परिचय करवाती है। जनवरी 2009 से इसकी शुरुआत हुई थी। राजस्थान रॉयल ऑन व्हील्स का सफ़र दिल्ली से शुरु होता है और 8 दिन की यात्रा के बाद यहीं पर समापन भी। ट्रेन में 14 यात्री कोच हैं जिसके 13 कोच में 3 डीलक्स कमरे हैं तथा एक कोच में दो अतिविशिष्ट कमरे हैं। हर सैलून में अलग-अलग थीम पर रूबी, पर्ल और नीलम आदि से सजाए गए हैं। ट्रेन में रेस्टोरेंट, बार, स्पा की सुविधा भी मौजूद है।

महाराजा एक्सप्रेस

महाराजा एक्सप्रेस को वर्ष 2012 से 2017 तक लगातार विश्व की अग्रणी लक्जरी ट्रेन का अवार्ड मिला है। ट्रेन में महाराजाओं सा अनुभव करवाने के लिए प्रेसिडेंशियल सुइट, एक्सप्रेस सुइट, जूनियर सुइट और डीलक्स कैबिन हैं। महाराजा एक्सप्रेस का रूट बहुत विस्तृत है। इनमें राजस्थान, उत्तरप्रदेश के शहरों के अलावा दक्षिण भारत के प्रसिद्ध स्थल भी शामिल हैं। मयूर महल और रंग महल नाम के दो रेस्टोरेन्ट के अलावा बुटिक, बार, लाउंज स्पा आदि मौजूद हैं।

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डेक्कन ओडिसी

डेक्कन ओडिसी ने अपनी यात्रा 16 जनवरी 2004 से शुरु की। डेक्कन ओडिसी में 21 लक्जरी कोच हैं, जिसमें से 11 यात्रियों के लिए है बाकी रेस्टोरेंट, लाउंज, स्पा आदि के लिए आरक्षित होते हैं। डेक्कन ओडिसी का हर कोच महाराष्ट्र के विभिन्न राजवंशों के राजसी युग से प्रेरित है। फ्री वाई-फाई, वातानुकूलित कमरे, डाइनिंग कार, मल्टी क्विजीन रेस्त्रां और स्पा यात्रा अनुभव को खास बनाते हैं। महाराष्ट्र स्प्लेंडर, इंडियन ओडिसी, ज्वेल्स ऑफ डेक्कन नामक रूट्स में उत्तर से लेकर दक्षिण भारत के विभिन्न प्रसिद्ध स्थलों की यात्रा करवाई जाती है।