PM बनने के बाद पहली बार विदेश यात्रा पर निकले शहबाज शरीफ की गजब बेइज्जती, मदीना में पब्लिक चिल्लाई-‘चोर-चोर’

इमरान खान को कुर्सी से उतारकर प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ(Shehbaz Sharif) को लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। इसका अंदाजा उनके सऊदी अरब पहुंचने पर हुआ। 11 अप्रैल को पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार विदेश यात्रा पर निकले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ(Shehbaz Sharif) की पब्लिक ने इनसल्ट(Insult) कर दी। शरीफ तीन दिन की सऊदी अरब यात्रा पर हैं। बता दें कि पाकिस्तान के सऊदी अरब के साथ गहरे संबंध हैं। लगभग 25 लाख नागरिक सऊदी अरब में रहकर काम कर रहे हैं।

लोग चिल्लाए-चोर-चोर

आमतौर पर किसी मेहमान का स्वागत बड़े आदर-सत्कार से होता है, लेकिन शरीफ के साथ ऐसा नहीं हुआ। जैसे ही शहबाज शरीफ मदीना की मस्जिद-ए-नवाबी पहुंचे, पब्लिक ने गुस्से में ‘चोर-चोर’ के नारे लगाना शुरू कर दिए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। इसमें देखा जा रहा हैकि सैकड़ों श्रद्धालु पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के मस्जिद में प्रवेश करते ही ‘चोर-चोर’ के नारे लगा रहे हैं। अरब मीडिया के अनुसार कुछ प्रदर्शनकारियों को मदीना की ‘पवित्रता’ का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शरीफ के साथ पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब और नेशनल असेंबली के सदस्य शाहज़ैन बुगती भी अरब गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, औरंगजेब ने इस विरोध के लिए इमरान खान को जिम्मेदार माना है।

प्रिंस के बुलावे पर गए हैं

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर गुरुवार को सऊदी अरब पहुंचे हैं। 11 अप्रैल को शरीफ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री बने, उनके पूर्ववर्ती इमरान खान को अविश्वास मत में बाहर कर दिया गया था। वे किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर अरब गए हैं।

शरीफ ने अपने प्रस्थान से पहले ट्विटर पर कहा था, “मैं सऊदी नेतृत्व के साथ व्यापक चर्चा करूंगा।” जबकि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि “यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री सऊदी नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे, जिसमें विशेष रूप से आर्थिक, व्यापार और निवेश संबंधों को आगे बढ़ाने और सऊदी अरब में पाकिस्तानी कर्मचारियों के लिए अधिक अवसर पैदा करने पर ध्यान दिया जाएगा।” “प्रधानमंत्री की सऊदी अरब की यात्रा विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने और दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी को और मजबूत करने के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन प्रदान करेगी।