नहीं रहे आरएलडी मुखिया अजित सिंह, सियासी गलियारों में दौड़ी शोक की लहर

राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के  मुखिया और केंद्रीय मंत्री अजित सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। बीती रात तबियत बिगड़ने की वजह से उनका निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमण से ग्रसित थे। बीती रात तबियत खराब होने की वजह से बीती रात गुरुग्राम में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। आरएलडी मुखिया की मौत की खबर से राजनीतिक जगत में शोक की लहर देखने को मिल रही है।

आरएलडी मुखिया की कोरोना संक्रमण की वजह से हुई मौत

इस बार की जानकारी आरएलडी मुखिया अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने ट्वीट कर दी है। चौधरी ने कहा, “दुख और महामारी के काल में हमारी प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें, संभव हो तो घर में रहें और सावधानी जरूर बरतें। इससे देश में सेवा कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी मदद मिलेगी। ये चौधरी साहब को आपकी सच्चा श्रदांजलि होगी।

बताया जा रहा है कि अजित सिंह बीते 20 अप्रैल अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाया गया था। तब से घर में ही उनका इलाज चल रहा था। आज सुबह करीब छह बजे उसका निधन हो गया।  

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर आरएलडी मुखिया अजित सिंह के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!\

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अजित सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे थे। चौधरी अजित सिंह ने साल 1986 से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। 1986 में वह राज्यसभा भेजे गए थे। 1987 से 1988 तक लोकदल (ए) और जनता पार्टी के अध्यक्ष पद भूमिका निभाई। 1989 में अपनी पार्टी का विलय जनता दल में कर दिया। आरएलडी मुखिया अजित सिंह 6 बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहे। इसके अलावा 4 प्रधानमंत्रियो की कैबिनेट में मंत्री भी रहे।