रणदीप सुरजेवाला का आरोप- पुलिस ने चिदंबरम की पसलियां तोड़ी, प्रमोद तिवारी को धक्का मारा…

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज फिर ईडी दफ्तर में पेश होंगे। धनशोधन मामले में ईडी अधिकारी लगातार दूसरे दिन राहुल गांधी से पूछताछ करेंगे। इससे पहले, सोमवार को भी राहुल गांधी से दो चरणों में पूछताछ की गई। करीब 10 घंटे तक चली पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों ने राहुल गांधी से कई सवाल पूछे। उधर, राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया।

राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी से पहले कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मंगवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच उनकी आवाज दबाने की कोशिश है क्योंकि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार से चीन द्वारा हमारे क्षेत्र पर कब्जा करने, महंगाई, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, धार्मिक प्रतिशोध जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी पर लगातार हमला किया जा रहा है।

सुरजेवाला ने पूछा कि आखिर मोदी सरकार या बीजेपी के निशाने पर राहुल गांधी जी और कांग्रेस क्यों है? ईडी की कार्रवाई क्या जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षड्यंत्र हैं? केवल राहुल गांधी जी पर इतने हमलावर क्यों हैं? इन सवालों का जवाब देश को जानना जरूरी है।

आज फिर होगा कांग्रेस का सत्याग्रह

सुरजेवाला ने आज फिर सत्याग्रह का एलान किया। उन्होंने कहा कि हम गांधीजी के उत्तराधिकारी हैं हम फिर पैदल चलकर जाएंगे। हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा। हमारा आंदोलन रुकेगा नहीं। ये कार्रवाई गैरकानूनी और असंवैधानिक है। ये कार्रवाई राजनीति प्रतिशोध की आग में की गई है। दिल्ली को छावनी में तब्दील कर भाजपा ने साबित कर दिया कि वो डरपोक सरकार है।

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‘कांग्रेस नेताओं से हुई मारपीट’

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सोमवार को सत्याग्रह के दौरान दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के कई नेताओं के साथ मारपीट की। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल पर जानलेवा हमला बोला गया। देश के पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की पसली तोड़ दी गई, उन्हें धक्के मारे गए। सांसद प्रमोद तिवारी को धक्के मारकर गिराया गया। जिस प्रकार से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा गया। जिस तरह से दिल्ली के थानों में कांग्रेस के 20 हजार कार्यकर्ताओं को बंद किया गया। इस देश में प्रजातंत्र है या तानाशाही?