रेलवे पुलिस के हत्थे चढ़े 10 रोहिंग्या मुसलमान, पूछताछ में सामने आई बड़ी सच्चाई

रेलवे पुलिस ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, रेलवे पुलिस ने बिहार के किशनगंज से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से 10 ऐसे रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया है, जो अवैध तरीके से भारतीय सीमाओं में घुसे थे। इन्हें बीते बुधवार को 02501 अगरतला-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन से गिरफ्तार किए गए। इसमें 3 पुरुष, 2 महिला और 5 बच्चे शामिल हैं।

रोहिंग्या ने पूछताछ में बताई सच्चाई

बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किये गए ये सभी रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार स्थित कुटूपालंग शिविर से फरार हुए थे।

मिली जानकारी के अनुसार, नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफ रेलवे) के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (सीपीआरओ) शुभानन चंद्रा ने कहा कि 02501 अगरतला नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन में ट्रेन अधीक्षक गुवाहाटी की ड्यूटी थी। वह यात्रियों के टिकट की जाँच के लिए गुवाहाटी स्टेशन पर ट्रेन में सवार हुए थे। टिकट की जाँच के दौरान उन्हें ट्रेन के बी-7 कोच में यात्रा करने वाले कुछ यात्रियों के तौर-तरीके से संदेह हुआ।

बताया रहा है कि रेल अधीक्षक ने सक्रियता दिखाते हुए इसकी जानकारी तुरंत रेलवे पुलिस को दी, जिसके बाद उन्होंने लगभग 1:40 बजे ट्रेन को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर जांच के लिए रोका। इस जांच के दौरान दो महिलाओं और दो पुरुष शक के दायरे में आ गए, जिसके चलते रेलवे पुलिस ने सभी 10 लोगों को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर ही उतार लिया।

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इसके बाद जब रेलवे पुलिस ने इन लोगों से पूछताछ शुरू किया तो पूरी सच्चाई खुलकर सामने आ गई। इन आरोपियों ने बताया कि वह रोहिंग्या हैं और 11 जनवरी को अगरतला स्टेशन से ट्रेन पर सवार हुए थे। पूछताछ में पता चला कि यह सभी 10 जनवरी को बांग्लादेश के कोमिल्ला से भारत के सोनामुरा में दाखिल हुए थे। उन्होंने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि वह एजेंट की सहायता से ट्रेन पर सवार हुए थे। आगामी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार किए गए रोहिंग्याओं को न्यू जलपाईगुड़ी जीआरपी के हवाले कर दिया गया है।