नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत मजदूरी में प्रतिदिन चार से 10 रुपये तक की बढ़ोतरी किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मनरेगा श्रमिकों को बधाई हो कि प्रधानमंत्री ने मजदूरी सात रुपये बढ़ा दी है।
मनरेगा के तहत मजदूरी को संशोधित किया गया है। इसके अंतर्गत विभिन्न राज्यों के लिए चार से 10 प्रतिशत के बीच बढ़ोतरी की गई है। एक अधिसूचना के अनुसार, इस योजना के तहत अकुशल श्रमिकों के लिए हरियाणा में प्रतिदिन 374 रुपये की उच्चतम मजदूरी दर है, जबकि अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में सबसे कम 234 रुपये है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, मनरेगा श्रमिकों को बधाई। प्रधानमंत्री ने आपका मेहनताना सात रुपये बढ़ा दिया है। अब शायद वह आपसे पूछें क्या कीजिएगा आप इतनी बड़ी धनराशि का? 700 करोड़ खर्च कर आपके नाम पर धन्यवाद मोदी का अभियान भी शुरू कर दें। उन्होंने कहा, जो मोदी जी की इस अपार उदारता से नाराज हैं, वो याद रखें कि इंडिया गठबंधन की सरकार पहले दिन हर मजदूर का मेहनताना बढ़ाकर 400 रुपये प्रतिदिन करने वाली है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मनरेगा की मजदूरी दर में बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी पार्टी श्रमिक न्याय गारंटी के तहत इस योजना के लिए दैनिक मजदूरी 400 रुपये करेगी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, मोदी सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए मनरेगा मजदूरी दर में संशोधन किया है। नई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी। अभी इस मुद्दे को छोड़ दें कि क्या यह आगामी चुनावों के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है? फिर भी सरकार द्वारा सभी राज्यों के लिए घोषित दैनिक मजदूरी की दरें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की श्रमिक न्याय गारंटी के तहत घोषित 400 रुपए प्रति दिन से बेहद कम हैं। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए श्रमिक न्याय गारंटी के तहत मनरेगा की मजदूरी को 400 रुपये प्रतिदिन करने का वादा किया है।