कानपुर। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने शुक्रवार को कानपुर देहात का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मैथा ब्लाक की ग्राम पंचायत भुजपुरा परियोजना में जल जीवन मिशन की योजना का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के समय प्रमुख सचिव ने पानी टंकी, पंप, समेत पानी की जांच करने वाली टीम से जानकारी भी ली। उन्होंने गांव में पानी की जांच एवं जागरूकता टीम से जानकारी ली। प्रमुख सचिव ने अधिकारियों की लापरवाही पर भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन डलने के तुरंत बाद से ही सड़कों की मरम्मत कराई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पानी की सप्लाई गांवों में बाधित हुई तो अफसरों की खैर नहीं होगी। जलापूर्ति बाधित होने पर एजेंसियों के संचालक जिम्मेदार होंगे। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि हालात अगर जल्द नहीं सुधरे तो एफआईआर और जेल जाने की तैयारी भी कर लें।
प्रमुख सचिव ने महिलाओं से पानी के महत्त्व को लेकर पूछताछ की। उन्होंने महिलाओं से दूषित पानी से होने वाली बीमारियों की जानकारी भी ली। साथ चल रहे अफसरों को निर्देश दिया कि बरसात शुरू होने से पहले ही गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाकर दूषित पेयजल पीने के नुकसान की जानकारी दी जाए।
श्रीवास्तव ने गांव में नल खुले होने से रोजाना होने वाली पानी की बर्बादी से अफसरों को सचेत किया। उन्होंने कहा कि पानी की हर बूंद जीवन देने वाली है। किसी भी हाल में इसकी बर्बादी नहीं होनी चाहिए। ग्रामीण जागरूक हों, इसकी जिम्मेदारी स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ अफसरों की भी है।
सड़कों पर पाइपलाइन की खुदाई के कारण सड़कों की मरम्मत को लेकर भी प्रमुख सचिव का रवैया सख्त रहा। प्रमुख सचिव में बताया की गांव में पानी की समस्या कभी नहीं होगी।सरकार शुद्ध पानी देने के लिए संकल्पकृत है। बहुत सारे गांव में पानी की सप्लाई शुरू हो गई है। निरीक्षण के दौरान उन्होने पानी टंकी, पम्प, समेत पानी की जांच करने वाली टीम से जानकारी ली।