राष्ट्रपति मुर्मू का संसद में पहला अभिभाषण; अनुच्छेद 370 और तीन तलाक पर कही ये बड़ी बात

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज पहली बार संसद में संयुक्त सत्र को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने आर्टिकल 370 और तीन तलाक बड़े मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने ने धारा 370 को निरस्त करने और तीन तलाक जैसे सरकार के फैसलों की सराहना करते हुए लगातार दो बार स्थिर सरकार चुनने के लिए नागरिकों का आभार व्यक्त किया. राष्ट्रपति के तौर पर संसद में अपने पहले संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार ने हमेशा देश हित को सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति को पूरी तरह बदलने की इच्छाशक्ति दिखाई.

उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई तक, Loc से एलएसी तक, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार को एक निर्णायक सरकार के रूप में मान्यता दी गई है.

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में कहीं भी राजनीतिक अस्थिरता है, वे देश भारी संकट से घिरे हुए हैं. लेकिन मेरी सरकार ने राष्ट्रहित में जो फैसले लिए हैं, उसके कारण भारत अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है.

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को स्थिर, निडर और निर्णायक बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार बड़े सपनों को साकार करने की दिशा में काम कर रही है. मेरी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के लिए काम किया है. मेरे प्रयासों के परिणामस्वरूप सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई बुनियादी सुविधाएं या तो 100 प्रतिशत आबादी तक पहुंचा दी हैं या उस लक्ष्य के बहुत करीब हैं.

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इसके साथ, संसद का बजट सत्र शुरू हुआ, जिसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. सत्र का पहला भाग 10 फरवरी तक चलेगा. संसद 12 मार्च को फिर से शुरू होगी और 6 अप्रैल तक चलेगी.