महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में बीते दिन रामनवमी के अवसर पर राम मंदिर के पास दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। झड़प को रुकवाने पहुंची पुलिस कर्मियों पर भीड़ के हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया था, जिसकी कुछ घंटों बाद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस घटना पर उद्धव गुट ने राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया है।
मौत की वजह अब भी साफ नहीं
मृतक की पहचान शेख मुनीरुद्दीन के रूप में हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा के कुछ घंटे बाद बृहस्पतिवार की रात शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने उसकी मौत के पीछे की वजह नहीं बताई।
संभाजीनगर में आज फिर हुई झड़प
औरंगाबाद के संभाजीनगर के ओहर गांव में आज सुबह पुराने विवाद को लेकर भी दो गुटों में पथराव हुआ। झड़प की बात पता लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और स्थिति नियंत्रण में ले आई। एसपी शीलवंत नांदेड़कर ने बताया कि एफआईआर दर्ज की जा रही है और घटना में छह लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल भेजा गया है।
संजय राउत का CM एकनाथ शिंदे पर हमला
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने इस घटना पर महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब कानून व्यवस्था की समस्या है क्योंकि यहां सरकार, पुलिस, गृह मंत्री का अस्तित्व नहीं है। उन्होंने पूछा कि CM एकनाथ शिंदे व गृहमंत्री आखिर कहां हैं? राउत ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार प्रायोजित दंगा है। उन्होंने कहा कि संभाजीनगर में बेवजह दंगा इसलिए हुआ क्योंकि 2 अप्रैल को वहां महाविकास अघाड़ी की एक रैली है।
दो गुटों के बीच हुई झड़प
औरंगाबाद के किराडपुरा इलाके में बीते दिन राम मंदिर के पास दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। उसी दौरान करीब 500 लोगों की भीड़ ने पथराव और पेट्रोल बम में हमला कर दिया, जिसमें 10 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 12 लोग घायल हो गए।
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उपद्रवियों द्वारा 13 वाहनों को आग के हवाले करने की घटना बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात को हुई। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्लास्टिक की गोलियां चलाईं और साथ ही लाइव राउंड भी किए।