पाकिस्तान की टॉप एक्ट्रेस मेहविश हयात ने एक बार फिर मुस्लिमों और इस्लाम का मुद्दा उठाते हुए हॉलीवुड और बॉलीवुड पर सवाल खड़े किये हैं। उनका कहना है कि हॉलीवुड और बॉलीवुड की फिल्मों में मुस्लिमों को हमेशा गलत किरदारों में पेश किया जाता है। इससे दुनिया के सामने मुस्लिमों और इस्लाम की गलत तस्वीर पेश होती है।
बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों पर लगाया प्रश्नचिह्न
मुस्लिमों को फिल्मों में गलत ढंग से दिखाने का विरोध करते हुए मेहविश हयात ने अपने दो अलग-अलग ट्वीट्स में कहा कि मुस्लिमों को गलत ढंग से पेश किए जाने का मुद्दा और कैसे ये इस्लामोफोबिया को बढ़ावा दे रहा है, मेरे लिए मर्म से जुड़ा है। मैं खुश हूं कि रिज अहमद सकारात्मक कदम ले रहे हैं। ये बदलाव का वक्त है। पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री को इसे काउंटर करना चाहिए जिस तरह हमें हॉलीवुड और बॉलीवुड में दिखाया जाता है। हमें अपने बारे में फिल्में चाहिए न कि सिर्फ पाकिस्तान के लिए। यही वो बात है जिसकी मैंने ओस्लो में 2019 में वकालत की थी।
मेहविश ने ट्वीट्स के साथ ओस्लो में दो साल पहले अपनी स्पीच के वीडियो भी अपलोड किए। ओस्लो में मेहविश हयात ने कहा था कि ये सब मेरे लिए क्यों मायने रखता है? क्या मुझे खुद को बस अपनी फिल्में करके आगे बढ़ते रहना चाहिए? मैं ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि मैं यकीन रखती हूं कि हम जो फिल्म इंडस्ट्री में हैं उन पर भारी जिम्मेदारी है। सिनेमा बहुत शक्तिशाली औजार है।
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मेहविश हयात ने ओस्लो में ये भी कहा था कि हॉलीवुड की फिल्मों- होमलैंड, जीरो डार्क थर्टी और द ब्रिंक जैसी फिल्मों से जो मेरे देश की छवि दिखाई गई, उससे मैं निश्चित तौर पर सहमति नहीं रखती। मेहविश हयात ने ये भी कहा था कि बड़े स्क्रीन के पास लोगों का नजरिया और व्यवहार बदल देने तक की ताकत है। पाकिस्तानी एक्ट्रेस के मुताबिक बंदूकधारी आतंकवादियों और महिलाओं के उत्पीड़न से इतर पाकिस्तान में अच्छा भी बहुत कुछ है, जिसे दुनिया के सामने लाया जाना चाहिए।