मायावती ने मुख्तार अंसारी से किया किनारा, तो ओवैसी की पार्टी ने कर दिया बड़ा ऐलान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी दल अपनी अपनी रणनीति बना रहे हैं। इन्ही रणनीतियों के बीच में अभी कुछ घंटे पहले ही बसपा मुखिया मायावती ने बांदा जेल में बंद माफिया डॉन और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को दरकिनार करने का ऐलान किया है। वहीं उनके इस ऐलान के बाद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने बड़ी घोषणा कर दी है। दरअसल, एआईएमआईएम ने मुख्तार अंसारी को में शामिल होने का ऑफर दिया है।   

मुख्तार अंसारी को लेकर शौकत ने मायावती से किया सवाल

एआईएमआईएम के यूपी अध्यक्ष शौकत अली कहा है कि उनकी पार्टी मुख़्तार अंसारी को पार्टी में लेने के लिए तैयार है और अगर मुख़्तार चाहेंगे तो यकीनन उन्हें टिकट भी दिया जाएगा। शौकत अली का कहना है कि जबतक कोई सज़ायाफ्ता न हो जाये, वो दोषी नहीं है। चाहे वो अतीक़ अहमद हों या मुख़्तार अंसारी, ये विचाराधीन लोग हैं।

शौकत ने आरोप लगाते हुए कहा कि सभी मुसलमान शोषित वंचित समाज का हिस्सा हैं जिनपर गलत तरीक़े से कार्रवाई हो रही है। शौकत अली ने मायावती से सवाल किया कि घोसी सीट से बीएसपी सांसद अतुल राय पर रेप का मामला दर्ज है, वो क्यों मायावती को दूध के धुले लगते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी और सपा आपस में मिले हुए हैं और एआईएमआईएम से बौखलाए हुए हैं, इसीलिए ओवैसी पर मुक़दमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि मस्ज़िद को लेकर ओवैसी ने कोई ऐसी बात नहीं कही जिससे वैमनस्यता फैले, इसलिए झूठे मुक़दमे दर्ज किये जा रहे हैं।

बता दें कि बीएसपी ने माफिया डॉन और बाहुबली नेता मुख़्तार अंसारी से किनारा कर लिया है। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने आज मुख़्तार अंसारी का टिकट काटने का एलान किया। मायावती ने मऊ सीट से मुख़्तार अंसारी की जगह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को उतारने का एलान किया है।

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मायावती ने अपने बयान में कहा है कि इस बार के यूपी चुनाव में कोशिश करेंगी कि किसी भी बाहुबली और माफिया को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसी के मद्देनज़र मुख़्तार अंसारी की जगह भीम राजभर के नाम को फ़ाइनल किया गया है। भीम राजभर 2012 में भी मऊ सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उस वक़्त कौमी एकता दल से चुनाव लड़ने वाले मुख़्तार अंसारी ने उन्हें क़रीब 6 हज़ार वोट से हराया था।