ओवैसी के बिगड़े बोले, ‘आप अपनी बेटी को बिकिनी पहनाओ, मुस्लिम लड़कियों को बुर्का पहनने दो’

कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में बुर्का-हिजाब बैन मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने विभाजित फैसला दिया था। इसके बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन औवेसी (MP Asaduddin Owaisi) ने एक विवादित बयान दिया है। ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम लड़कियाँ हिजाब पहनेंगी और जिसे पसंद है वह बिकिनी पहने।

ओवैसी ने कहा, “वे (भारत के लोग) कहते हैं कि मुस्लिम छोटे बच्चों को हिजाब पहनने के लिए मजबूर कर रहे हैं। क्या हम वाकई अपनी लड़कियों को मजबूर कर रहे हैं? हमारी बेटियों को हिजाब पहनने दो, अगर तुम चाहो तो अपनी बिकनी पहनो।”

AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार मुस्लिम लड़कियों को अपना हिजाब हटाने के लिए मजबूर कर रही है। इसके लिए उन्होंने केंद्र को फटकार लगाई है। ओवैसी ने कहा, “अगर मुस्लिम महिलाएँ अपना सिर ढँकना चाहती हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे अपनी बुद्धि को ढँक रही हैं।”

गोलकुंडा किले में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, हमसे पूछा जा रहा है कि हमारी बेटियाँ हिजाब क्यों पहन रही हैं। ये तो बैकवर्डनेस (पिछड़ेपन) की निशानी है। हम हिजाब इसलिए पहनते हैं, क्योंकि कुरान में अल्लाह ने हुकुम फरमाया है।”

ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम बच्चियों को बुर्का पहनने के लिए मजबूर नहीं किया जाता। उन्होंने आगे कहा, “हैदराबाद की सड़कों पर सबसे खतरनाक मोटरसाइकल कोई चलाता है तो हमारी बहनें चलाती हैं बुर्के के साथ। कभी इनके पीछे मोटरसाइकल गाड़ी लेकर मत जाना। मैं अपने ड्राइवर से खुद बोलता हूँ कि मियाँ जरा एहतियात से। हैदराबाद में गाड़ी चला रहे हो।”

यह भी पढ़ें: शशि थरूर के पटना पहुंचते ही कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मोबाइल किया आफ, प्रचार में दिखा बायकाट जैसा नजारा

कर्नाटक हिजाब प्रतिबंध पर ओवैसी ने कहा, “जब एक हिंदू, एक सिख और एक ईसाई छात्रा अपने धार्मिक कपड़ों के साथ क्लास में जाने की अनुमति दी जाती है और एक मुस्लिम को कहा जाता है कि अपनी बुर्का उतारो तो वे मुस्लिम के बारे में क्या सोचते होंगे। जाहिर है, वे सोचेंगे कि मुस्लिम हमसे नीचे हैं।” ओवैसी ने कहा, “एक दिन हिजाब पहने एक लड़की भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। ये मेरा सपना है।”