नई पार्लियामेंट बिल्डिंग को लेकर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा. एक तरफ केंद्र सरकार और भाजपा लोकतंत्र की दुहाई देकर सभी को उद्घाटन में आने का निमंत्रण दे रहे हैं. इसी तरह विपक्ष भी लोकतंत्र की दुहाई देकर नई संसद बिल्डिंग के उद्घाटन का बायकॉट कर रहा है. विपक्ष की 19 पार्टियां 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह का बायकॉट कर रही हैं. हालांकि, ऐसी पार्टियों की भी कोई कमी नहीं है, जो इस उद्घाटन में शामिल होंगी.
लोकतंत्र की दुहाई देकर समर्थन और विरोध का खेल अब भी जारी है. अब उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने इस बारे में बयान दिया है. उनका कहना है कि राष्ट्रपति और संविधान की रिस्पेक्ट का मामला है. राष्ट्रपति को कोई निमंत्रण नहीं दिया गया. यहां तक कि पूर्व राष्ट्रपति को भी पार्लियामेंट बिल्डिंग के उद्घाटन के लिए इनविटेशन नहीं दिया, ऐसा क्यों? यह एक पार्टी का कार्यक्रम नहीं हैं.
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इधर सरकार की तरफ से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मोर्चा संभाला है. रक्षामंत्री का कहना है कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. संसद की यह नई बिल्डिंग लोकतंत्र की निशानी है और समस्त देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करती है. उद्घाटन का विरोध कर रही पार्टियों से मेरा अनुरोध है कि वह अपने इस निर्णय पर एक बार फिर से विचार करें.