बीते दिनों फिलीपिंस के साथ हुए युद्ध के दौरान अपने सख्त फैसलों की वजह से कई देशों के निशाने पर आ चुके इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को तगड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल, बहुत जल्द नेतन्याहू का प्रधानमंत्री पद छिन जाएगा। इस बात की जानकारी इजरायल के विपक्षी नेता येर लापिद के उस दावे के बाद हुई है, जो उन्होंने राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन के समक्ष पेश किया है।
विपक्ष के नेता ने पेश किया बड़ा दावा
दरअसल, विपक्ष के नेता येर लापिद ने राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन से मुलाक़ात कर दावा किया है कि उनके पास गठबंधन सरकार बनाने के लिए पर्याप्त समर्थन है। उन्होंने इजरायल के राष्ट्रपति को बताया कि सरकार में येश अतीद, कहोल लावन, इज़राइल बेइटिनु, लेबर, यामिना, न्यू होप, मेरेट्ज़ और रा’म जैसे राजनीतिक दल शामिल होंगे।
विपक्ष के नेता येर लापिद ने बताया कि पहले नाफ़्ताली बेनेट प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे। उन्होंने कहा कि बेसिक लॉ: द गवर्नमेंट के खंड 13(बी) के मुताबिक, मैं आपको यह बताते हुए काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मैं सरकार बनाने में सफल रहा हूं। सरकार बेसिक लॉ: द गवर्नमेंट के खंड 13(ए) के अनुसार एक वैकल्पिक सरकार होगी और एमके (‘नेसेट’ के सदस्य) नाफ़्ताली बेनेट पहले प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे।
विपक्ष की मुख्य पार्टी येश अतीद पार्टी के नेता ने कहा कि राष्ट्रपति महोदय, मैं आपको यह आश्वासन देना चाहता हूं कि यह सरकार इज़रायल के सभी नागरिकों की सेवा करने के लिए काम करेगी, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो इसके सदस्य नहीं हैं, विरोध करने वालों का सम्मान करेंगे और इज़राइली समाज के सभी हिस्सों को एकजुट करने के लिए जो हो सकेगा वो करेंगे।
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गौरतलब है कि देश में सरकार के साथ राष्ट्रपति भी बदलने जा रहे हैं। इज़रायली संसद ‘नेसेट’ में हुए गुप्त मतदान में अनुभवी नेता इसाक हर्जोग को देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया है। वह आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति रिवलिन का स्थान लेंगे जो सात साल के कार्यकाल के बाद नौ जुलाई को कार्यभार छोड़ेंगे।