मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को यहां आजादी का अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी, कारगिल युद्ध के सेनानियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हमारी नयी पीढ़ी भारत के इतिहास को ठीक से जानें। आजादी कैसे मिली, यह भी उन्हें जानना चाहिए। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के माध्यम से उद्देश्य पूरा हो पा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत की आजादी केवल मांगने से नहीं मिल पायी थी। आजादी लंबे संघर्ष से मिली थी। उस लंबे संघर्ष को हमारी नई पीढ़ी जान सके। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन को अपील की। हम सब जानते हैं कि आजादी का आंदोलन देश के अंदर अलग-अलग समय में चलता रहा है। लेकिन 1857 में सामूहिक रूप से एकत्र होकर लड़ाई शुरू की। मंगल पांडे, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, उदादेवी, चंद्रशेखर आजाद जैसे अनेकों क्रांतिवीरों ने आजादी की लड़ाई लड़ी। आज उसी का परिणाम है कि एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव और दूसरी तरफ चौरी-चौरा की ऐतिहासिक घटना का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। हम सब उसके साक्षी बन रहे हैं। यह अमृत काल हमारे लिए प्रेरणा है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और आजाद भारत के वरी शहीदों को नमन करने का अवसर है। यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने का भी अवसर है।
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योगी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत क्यों ? यह इसलिए क्योंकि कोराना आने पर हमारे पास मास्क, सेनिटाईजर और पीपीई किट तक नहीं था। आज भारत निर्यात कर रहा है। मोदी के नेतृत्व में भारत ने दूसरे देशों को वैक्सीन सप्लाई करने का भी कार्य किया है। योगी ने कहा कि एक तरफ हम महिलाओं की सुरक्षा, नौकरी, शौचालय निर्माण कराने का काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ भारत की सीमाओं की तरफ देखने वालों को कड़ा जवाब देने का भी साहस रखते हैं। सर्जिकल स्ट्राईक करने का भी साहस नया भारत रखता है। नये भारत के नये उत्तर प्रदेश को स्थापित करने के लिए प्रदेश की 24 करोड़ जनता को जुड़ना ही होगा।