भारतीय मूल की नताशा बनी विश्व की सबसे होनहार छात्रा, यूनिवर्सिटी ने किया पुरस्कृत

भारतीय मूल की 11 वर्षीय अमेरिकी बच्ची नताशा पेरी को अमेरिका के एक शीर्ष विश्वविद्यालय ने विश्व की सबसे होनहार छात्रा घोषित किया है। उसे यह अवॉर्ड टैलेंट सर्च टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने के लिए दिया गया है। इसमें 84 देशों के लगभग 19 हजार बच्चे शामिल हुए थे।

नताशा ने बताया सफलता का राज

अमेरिका में स्कूली मूल्यांकन परीक्षा (एसएटी), एक्ट और अमेरिकी कॉलेज परीक्षा (एसीटी) ऐसी परीक्षाएं हैं जिसके आधार पर कॉलेज यह निर्णय लेता है कि छात्र को दाखिला देना है कि नहीं। कुछ कंपनियां और गैर लाभकारी संगठन इन अंकों के आधार पर मेरिट आधारित छात्रवृत्ति भी देते हैं। कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए छात्रों को एसएटी या फिर एसीटी लाना जरूरी होता है। साथ ही अपने अंकों को इससे संबंधित विश्वविद्यालय को भेजना होता है।

नताशा न्यू जर्सी के थेलमा एंड सैंडमायर एलिमेंट्री स्कूल की छात्रा हैं। उन्हें जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ टैलेंट सर्च टेस्ट में असाधारण प्रदर्शन के लिए यह अवॉर्ड दिया गया है। नताशा 84 देशों के लगभग 19 हजार छात्रों में से एक थीं, जो 2020-21 के टैलेंट सर्च टेस्ट में शामिल हुई थीं।

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नताशा ने जब जॉन्स हॉपकिन्स टैलेंट सर्च टेस्ट दिया, जब वह ग्रेड 5 में थी। नताशा कहती हैं उन्हें डूडल करने औऱ जेर टोलकिन के उपन्यासों को पढ़ने से बहुत मदद मिली।