मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में शुक्रवार को हमलावरों ने एक बड़े समारोह स्थल पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसके कारण 60 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। हमलावरों ने गोलीबारी के बाद समारोह स्थल को आग लगा दी। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
कुछ दिन पहले ही देश में हुए चुनाव में जीत हासिल कर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया था। इस्लामिक स्टेट समूह ने सोशल मीडिया पर संबद्ध चैनलों पर साझा किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली।
इस्लामिक स्टेट समूह ने कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए।
फिलहाल दावे की प्रामाणिकता सत्यापित नहीं की जा सकी है लेकिन एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को पता चला था कि अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह की शाखा मॉस्को में हमले की योजना बना रही थी और उन्होंने रूसी अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की थी।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावरों का क्या हुआ। इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला माना जा रहा है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश का यूक्रेन के साथ युद्ध तीसरे साल भी जारी है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को बहुत बड़ी त्रासदी बताया।
रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास क्रेमलिन ने बताया कि हमलावरों के क्रोकस सिटी हॉल में हमला करने के कुछ ही मिनट बाद पुतिन को इस बारे में सूचित कर दिया गया था। यह हॉल मॉस्को के पश्चिमी छोर पर स्थित एक बड़ा संगीत स्थल है, जिसमें 6,200 लोग बैठ सकते हैं।
यह हमला तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड पिकनिक के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी। राज्य की शीर्ष आपराधिक जांच एजेंसी जांच समिति ने शनिवार तड़के बताया कि इस हमले में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने 145 घायलों की सूची जारी की जिनमें से 115 अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें पांच बच्चे भी शामिल हैं। कुछ रूसी समाचार रिपोर्ट में बताया गया है कि हमलावरों द्वारा विस्फोटक फेंकने के बाद लगी आग में और अधिक पीडÞितों के फंसे होने की आशंका है।
एक वीडियो में इमारत में आग लगी हुई और रात को आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार उठते हुए दिखायी दिया। हमले के बाद सड़कों पर दमकल वाहन, एम्बुलेंस तथा अन्य आपात वाहन और आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ते हुए देखे गए। अभियोजक कार्यालय ने बताया कि लड़ाकू पोशाक पहने कई पुरुष समारोह स्थल में घुसे और उन्होंने वहां मौजूदा लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
हमले के दौरान हॉल में मौजूद डेव प्रिमोव ने कहा, लगातार गोलीबारी होने लगी। हम सब उठे और गलियारे की ओर बढ़ने की कोशिश करने लगे। लोग घबराने लगे और भगदड़ मच गयी। कुछ लोग नीचे गिर गए जिन्हें कुछ अन्य लोगों ने कुचल दिया।
रूसी मीडिया पर चैनलों द्वारा पोस्ट की वीडियो में हमलावर असॉल्ट राइफल से लोगों को करीब से गोली मारते दिखायी दिए। एक वीडियो में समारोह स्थल में मौजूद एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि हमलावरों ने इमारत को आग के हवाले कर दिया है तथा इसके साथ ही लगातार गोलियां चलने की आवाज आ रही थी।
रूसी मीडिया ने बताया कि समारोह स्थल की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के पास बंदूकें नहीं थीं और उनमें से कुछ हमले की शुरुआत में ही मारे गए। कुछ रूसी समाचार संगठनों ने बताया कि हमलावर विशेष बलों और दंगा रोधी पुलिस के आने से पहले ही भाग गए। खबरों में कहा गया है कि पुलिसकर्मी उन कई वाहनों की तलाशी ले रहे हैं जिन्हें हमलावरों ने फरार होने में इस्तेमाल किया होगा।
अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे। उसने पिछले कुछ वर्षों में रूस के संवेदनशील कॉकस और अन्य क्षेत्रों में भी कई हमलों की जिम्मेदारी ली है। उसने रूस तथा पूर्व सोवियत संघ के अन्य हिस्सों से लड़ाकों की भर्ती की है।