यूक्रेन में युद्ध के हालात के बीच वहां बीस हजार से अधिक भारतीय फंसे हुए हैं। कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों की वापसी के लिए विशेष उड़ानें शुरू कराई हैं। साथ ही वहां फंसे सभी भारतीय नागरिकों से संपर्क भी स्थापित किया जा रहा है।
यूक्रेन पर रूस के संभावित हमले और लगातार बढ़ते तनाव के बीच वहां फंसे भारतीयों को लेकर भी चिंताएं बढ़ गयी हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमर्ति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जानकारी दी कि बीस हजार से अधिक भारतीय छात्र-छात्राएं व नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं। उन्होंने रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव को गहरी चिंता का विषय करार दिया। इन घटनाक्रमों से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा खंडित होगी। उन्होंने कहा कि भारतीयों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।
इस बीच वहां फंसे भारतीयों को निकालने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। मंगलवार सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना हो गया है। भारत की ओर से 200 से अधिक सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को विशेष अभियान के लिए तैनात किया गया है।
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इस बीच भारतीय विद्यार्थियों का भारत पहुंचना भी शुरू हो चुका है। यूक्रेन से वापस आई एक छात्रा आस्था सिंधा ने बताया कि भारतीय दूतावास वहांं फंसे लोगों की सहायता तत्परता के साथ कर रहा है। ई-मेल और फोन कॉल्स के माध्यम से संपर्क भी बनाया जा रहा है। दूतावास ने वहां फंसे नागरिकों को देश छोड़ने के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी।