भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी तीन दिवसीय यूरोप यात्रा समाप्त कर भारत लौट चुके हैं। इस यात्रा के आखिरी दिन मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के बीच हुई मुलाकात में रक्षा व अंतरिक्ष क्षेत्र में मिलकर काम करने पर सहमति बनी।
गुरुवार सुबह भारत के लिए रवाना होने से पहले मोदी यूरोप यात्रा के अंतिम चरण में पेरिस पहुंचे थे। यहां फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों अपनी पत्नी ब्रिजेट मैक्रों के साथ उनका स्वागत करने पहुंचे थे। राष्ट्रपति मैक्रों ने गर्मजोशी के साथ प्रधानमंत्री मोदी को गले लगाया। मोदी और मैक्रों ने राष्ट्रपति आवास पर वार्ता की और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत भी हुई।
भारत और फ्रांस के कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर हुई इस मुलाकात को मोदी ने बेहद लाभकारक करार दिया है। उन्होंने कहा कि हमने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर लंबी बातचीत की। विभिन्न क्षेत्रों में फैली हमारी साझेदारी के साथ भारत और फ्रांस गर्वित विकास भागीदार हैं। फ्रांस की अपनी यात्रा को संक्षिप्त लेकिन बहुत फलदायी करार देते हुए मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और उन्हें विभिन्न विषयों पर चर्चा करने का अवसर मिला। मोदी ने मैक्रों को जल्द से जल्द भारत यात्रा का न्यौता दिया है।
पीएम मोदी ने पेरिस की अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। इसमें भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की मौजूदा ताकत और सफलता को बढ़ाने की बात भी हुई।
भारत और फ्रांस के बीच वार्ता के दौरान हिंद प्रशांत व यूक्रेन संकट पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु सहयोग और लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी प्रमुख क्षेत्रों पर व्यापक चर्चा की। भारत और फ्रांस ने माना कि वो एक-दूसरे को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रमुख साझेदार के रूप में देखते हैं। दोनों देशों माना कि मुलाकात का दौर जारी रहना चाहिए। यह मुलाकात भारत-फ्रांस की दोस्ती को और गति देगी।
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इससे पहले पेरिस पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने मोदी का भव्य स्वागत किया। मोदी जिस होटल में ठहरे थे, उसके बाहर भारतीयों की भीड़ लगी थी। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे।