दुबई। अदन की खाड़ी में शुक्रवार देर शाम एक जहाज को निशाना बनाकर दो मिसाइल दागी गईं, जो पास के जल क्षेत्र में गिरीं। प्राधिकारियों ने इस हमले के पीछे यमन के हूती विद्रोहियों का हाथ होने की आशंका जताई है। इस हमले से पहले हूती विद्रोहियों ने यूनान के झंडे वाले एक तेल टैंकर में घुसकर उसमें विस्फोटक रखे थे, जिससे बाद में उसमें कई विस्फोट हुए थे। टैंकर में विस्फोट से लाल सागर में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव का खतरा पैदा हो गया है।
हूती विद्रोहियों द्वारा पिछले कुछ समय में पोत को निशाना बनाकर किए गए हमलों से एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर के उस सामान की आपूर्ति बाधित हुई है, जो इजराइल-हमास युद्ध के मद्देनजर हर साल गाजा पट्टी में लाल सागर के जरिये भेजा जाता है। ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशंश (यूकेएमटीओ) केंद्र ने बताया कि शुक्रवार को किए गए हमले के दौरान दो मिसाइल अदन से करीब 240 किलोमीटर पूर्व में जहाज के पास गिरीं।
यूकेएमटीओ ने बताया कि जहाज ने सूचित किया है कि चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। मामले की जांच की जा रही है। हूती विद्रोहियों ने अभी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने अक्टूबर में गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से 80 से अधिक जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए हैं।
हूती विद्रोहियों ने एक जहाज का अपहरण भी किया और हमला कर दो जहाजों को जलमग्न कर दिया, जिसमें चार नाविक मारे गए। इस बीच, अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ने शनिवार को कहा कि उसने यमन में हूती नियंत्रित क्षेत्र में दो ड्रोन नष्ट कर दिए।
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