निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले 12 भाजपा नेताओं की सदस्यता रद्द, 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित

गुजरात में 182 विधानसभा सीटों के लिए वोट 1 और 5 दिसंबर को डाले जाएंगे। लेकिन इससे पहले भाजपा के अपने ही पार्टी के खिलाफ बगावत पर उतर आए है्ं। टिकट नहीं मिलने की वजह से भाजपा नेताओं ने पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है और 12 नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने भी इन नेताओं के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सदस्यता को रद्द कर दी है। इससे पहले पार्टी की तरफ से 7 अन्य बागी नेताओं की भी सदस्यता रद्द की गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन 12 नेताओं को पार्टी की सदस्यता से निलंबित किया गया है, वे भाजपा की तरफ से उतारे गए प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। ये सभी उम्मीदवार दूसरे चरण के प्रत्याशी हैं। दूसरे चरण के लिए मतदान 5 दिसंबर को होगा। भाजपा की तरफ से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि 12 नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा जिन नेताओं को निलंबित किया गया है, वे पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में शामिल थे।

इन नेताओं को पार्टी से किया गया है निलंबित

पार्टी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक जिन नेताओं को निलंबित किया गया है, उनमें पादरा के पूर्व विधायक दीनू पटेल और बयाद के पूर्व विधायक धवलसिंह जाला भी शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी की तरफ से कुलदीपसिंह राउल (सावली), खाटूभाई पागी (शेहरा), एसएम खांट (लुनवाड़ा), जेपी पटेल (लुनवाड़ा), रमेश ज़ाला (उमरथ), अमरशी ज़ाला (खंभात), रामसिंह ठाकोर (खेरालू), मावजी देसाई (धनेरा) और लेबजी ठाकोर (दीसा निर्वाचन क्षेत्र) को भी पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित किया गया है।

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आप ने किया है भाजपा के वोट प्रतिशत में गिरावट का दावा

गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से 89 सीटों पर 1 दिसंबर को और बाकी 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। जबकि रिजल्ट का ऐलान 8 दिसंबर को किया जाएगा। जैसे-जैसे वोटिंग की डेट नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे गुजरात चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। मंगलवार को आप के सर्वेसर्वा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि गुजरात में आप की सरकार बनेगी। जबकि भाजपा के वोट प्रतिशत में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जाएगी।