पश्चिम बंगाल सरकार ने विवादित फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन लगाने का ऐलान किया है। ममता बनर्जी ने फिल्म पर बैन लगाते हुए कहा कि द केरल स्टोरी एक मनगढ़ंत कहानी है। हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म द केरल स्टोरी को लोगों के बीच बेहद पसंद किया जा रहा है।
फिल्म के समर्थन में शबाना आजमी
इससे पहले दिग्गज अदाकारा शबाना आजमी ने सोमवार को कहा कि ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे लोग उतने ही ‘‘गलत” हैं जितने वे लोग जो आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को रिलीज नहीं होने देना चाहते थे। सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित ‘द केरला स्टोरी’ विवादों के बीच पिछले हफ्ते रिलीज हुई थी। उनकी यह टिप्पणी कानून व्यवस्था के मुद्दे और खराब सार्वजनिक प्रतिक्रिया का हवाला देकर तमिलनाडु के मल्टीप्लेक्स द्वारा रविवार से विवादास्पद फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द किए जाने के एक दिन बाद आई है।
मध्य प्रदेश में ‘द केरल स्टोरी’ को किया गया टैक्स फ्री
मध्य प्रदेश सरकार ने ये पहल कर भी दी है। बता दें कि मध्य प्रदेश में विवादित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को टैक्स फ्री कर दिया गया है। खुद राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह ट्वीट के जरिए इसे लेकर अनाउंसमेंट की है। उन्होंने ट्वीट किया, “द केरल स्टोरी’ एक ऐसी फिल्म है, जिसने आतंकवाद के भयावह सच को उजागर किया है। मध्य प्रदेश में फिल्म को टैकस फ्री करने का फैसला लिया गया है।
पीएम मोदी ने फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साध चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा, ऐसी ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म ‘केरला स्टोरी’ की इन दिनों काफी चर्चा है। कहते हैं, केरला स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकी साजिशों पर आधारित है। देश का इतना खूबसूरत राज्य, जहां के लोग इतने परिश्रमी और प्रतिभाशाली होते हैं, उस केरला में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा इस फिल्म में किया गया है। पीएम मोदी ने कहा, बम-बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है, लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को लेकर रविवार को हरियाणा में कहा कि केरल स्टोरी सिर्फ फिल्म नहीं है। ये एक बहुत बड़े षड़यंत्र को बेनकाब करती है। कुछ लोग ऐसे ही जो अपने धर्म में बच्चियों को बहला फुसलाकर आतंकवाद के रास्ते ले जाना चाहते हैं। उनका चेहरा केरल स्टोरी में बेनकाब हुआ है।
केरल हाईकोर्ट ने बैन लगाने से किया इनकार
केरल हाईकोर्ट ने विवादित बहु-भाषी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और कहा कि कुल मिलाकर फिल्म के ट्रेलर में किसी विशेष समुदाय को लेकर कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री नहीं है। जस्टिस एन. नागारेश और न्यायमूर्ति सोफी थॉमस की पीठ ने कहा कि निर्माताओं ने दलील दी है कि उनकी मंशा ‘‘भड़काऊ टीजर” जारी करने की नहीं थी।
इस टीजर में एक बयान है जिसमें कहा गया है कि केरल की ‘‘32,000 महिलाओं” का धर्म परिवर्तन किया गया और वे आतंकवादी संगठन में शामिल हुईं। न्यायमूर्ति नागारेश ने आदेश पढ़कर सुनाया और कहा कि फिल्म के ट्रेलर को देखकर ‘‘हमने पाया कि ट्रेलर में कुल मिलाकर किसी विशेष समुदाय के प्रति कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।”
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सुप्रीम कोर्ट में भी बैन की याचिका खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने विवादास्पद फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को सीबीएफसी प्रमाणन दिए जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर तीसरी बार विचार करने से इनकार कर दिया। अदालत ने कहा कि फिल्मों का प्रदर्शन रोकते समय अदालतों को बेहद सतर्क रहना चाहिए। फिल्म पांच मई को रिलीज होने वाली है। सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने पहले ही फिल्म को प्रमाणित कर दिया है। पीठ ने कहा, “आप कलाकारों, निर्माता के बारे में सोचिए… सबने मेहनत की है। फिल्मों पर स्थगन देने के बारे में आपको बहुत सावधान रहना चाहिए। बाजार तय करेगा कि क्या यह मानक के अनुरूप है या नहीं…. हम (याचिका कायम रखने के) इच्छुक नहीं हैं।”