लखीमपुर हिंसा: मृत किसानों के अंतिम अरदास में पहुंची प्रियंका, किसानों ने मंच पर नहीं दी जगह

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में तीन अक्टूबर को हुई घटना में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए अंतिम अरदास (श्रद्धांजलि सभा) कार्यक्रम हुआ। इसमें शामिल होने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा और प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू समेत अन्य दल के लोग भी जनपद पहुंचे।

अरदास को राजनीति से जोड़कर न देखा जाए: टिकैत

अरदास कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए भारी पुलिस बल की तैनात की गई थी। कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए मंडलायुक्त रंजन कुमार बीती देर रात से ही क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं। मंडलायुक्त के अलावा डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय ढुल, एसडीएम ओपी गुप्ता भी वहीं मौजूद हैं।

भारतीय किसान सिख संगठन के तहसील अध्यक्ष गुरमीत सिंह रंधावा और भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष गुरबाज सिंह ने बताया कि कई किसानों की भूमि को मिलाकर कार्यक्रम स्थल को तैयार किया गया। श्रद्धांजलि सभा के लिए करीब 30 एकड़ इलाके में इंतजाम किए गए हैं। यह कार्यक्रम स्थल घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर है, जिसमें पंडाल, पार्किंग और लोगों के बैठने और आदि चीजों की व्यवस्था की गई है।

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा अरदास कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। इस दौरान उन्होंने किसानों को मंच से संबोधित करने की इच्छा जताई तो किसान नेताओं ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद प्रियंका ने आम लोगों के साथ बैठकर अरदास की। मारे गए किसानों को श्रद्धाजांलि अर्पित की। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी भी अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हुए, लेकिन उन्हें भी मंच पर जगह नहीं मिली।

बोले किसान नेता राकेश टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह अरदास मृत किसानों की आत्मा की शांति के लिए रखी गई है। इसे राजनीति से जोड़कर न देखा जाये। किसी की राजनीतिक दल के नेता को मंच पर बुलाने से इन्कार करने के साथ ही किसान नेता ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग रखी है। कहा कि अगर मंत्री का इस्तीफा नहीं हुआ तो यहां से ही आंदोलन की घोषणा करेंगे।