गुटबाजी से निपटने के लिए खड़गे ने उठाया कठोर कदम, प्रदेश कांग्रेस कमेटी इकाई को किया भंग

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए हिमाचल प्रदेश में जिला और ब्लॉक इकाइयों के साथ-साथ पूरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) इकाई को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। इस कदम को पार्टी की हिमाचल इकाई के पुनर्गठन की कांग्रेस की योजना का हिस्सा माना जा रहा है। पहाड़ी राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से पीसीसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पहले ही कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की सदस्य बन चुकी हैं, जो पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को अप्रैल 2022 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायक हो गए थे बागी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की संपूर्ण प्रदेश इकाई, जिला अध्यक्षों और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस गुटबाजी से ग्रस्त है, जो फरवरी में राज्यसभा चुनाव के दौरान देखने को मिली थी, जब सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक सिंघवी भाजपा के हर्ष महाजन से चुनाव हार गए थे, क्योंकि कुछ कांग्रेस विधायकों ने उनके पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी।

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महाजन जब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में शामिल हुए तो उन्हें पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। राज्य में नए पार्टी अध्यक्ष के लिए कई नाम चर्चा में हैं। अनिरुद्ध सिंह और हर्षवर्धन चौहान सहित कुछ मंत्री प्रमुख लोगों में शामिल हैं।