छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी के ख़िलाफ़ अपमानित करने वाले कथित भड़काऊ भाषण के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो से कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj Arrested) को गिरफ़्तार किया. उनके ख़िलाफ़ रायपुर के टिकरापारा थाने में मामला दर्ज़ किया गया था. मध्य प्रदेश सरकार ने कालीचरण की गिरफ्तारी पर कहा कि, छत्तीसगढ़ पुलिस के तरीके पर आपत्ति है. छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उन्हें(कालीचरण महाराज) नोटिस देकर भी बुला सकती थी. मध्य प्रदेश DGP से कहा गया है कि मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के DGP से बात करें. गिरफ़्तारी के इस तरीके पर आपत्ति व्यक्त कराएं.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में आयोजित धर्मसंसद कार्यक्रम में समापन के आखिरी दिन संत कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था, उन्होंने देश के बंटवारे के लिए बापू को जिम्मेदार ठहराया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर दिए गए इस विवादित बयान से नाराज होकर कांग्रेस समेत दूसरे दलों के नेताओं ने तीखी आलोचना की थी. महात्मा गांधी पर बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई थी. वहीं, कांग्रेस नेता व रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे की शिकायत के बाद टिकरापारा थाने में गैर जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था.
धर्मसंसद में महात्मा गांधी पर दिया था विवादित बयान
दरअसल, रायपुर के रावण भाटा मैदान में आयोजित 2 दिवसीय कार्यक्रम के समापन दिवस पर बोलते हुए, कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इस पर उन्होंने कहा था, “इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था. उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. साथ ही राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था… मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की.
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धर्मसंसद का आयोजन नीलकंठ सेवा संस्थान ने किया
गौरतलब है कि बीते 2 दिन से चल रहे इस धर्मसंसद का आयोजन नीलकंठ सेवा संस्थान ने किया था, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास इसके संरक्षक थे. इस कार्यक्रम में पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, निगम सभापति प्रमोद दुबे, बीजेपी नेता सच्चिदानन्द उपासने समेत कई बीजेपी और कांग्रेस नेता भी शामिल हुए थे. बता दें कि संत कालीचरण तब चर्चा में आए थे, जब मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध भोजपुर शिव मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत का गायन करते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. यह वीडियो फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने अपने ट्विटर पर पोस्ट किया था.