आरएसएस के खिलाफ टिप्पणी करना जावेद अख्तर को पड़ा भारी, नोटिस में मिला सात दिन का समय

गीतकार जावेद अख्तर की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ कथित ‘‘झूठी और अपमानजनक’’ टिप्पणी को लेकर शहर के एक वकील ने उन्हें बुधवार को एक कानूनी नोटिस भेजा और इसे लेकर उन्हें माफी मांगने को कहा है। अख्तर ने यह कथित टिप्पणी एक समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में की थी।

वकील, संतोष दुबे ने यह भी कहा कि यदि गीतकार ‘‘बेशर्त लिखित माफी’’ नहीं मांगते हैं और नोटिस प्राप्त करने के सात दिनों के अंदर अपने सभी बयानों को वापस नहीं लेते हैं, तो वह अखतर से 100 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए एक आपराधिक मामला भी दायर करेंगे। अख्तर (76) ने एक हालिया साक्षात्कार में तालिबान और हिंदू अतिवादियों के कथित तौर पर एक समान होने का दावा किया था।

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वकील ने नोटिस में दावा किया है कि इस तरह के बयान देकर अख्तर ने भारतीय दंड संहिता की धारा 499(मानहानि) और 500 (मानहानि के लिए सजा) के तहत एक अपराध किया है।