दुबई । पश्चिम एशिया में हालात एक बार फिर बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इजराइल और ईरान के बीच चल रहा टकराव अब और भी उग्र होता जा रहा है। रविवार को इजराइल ने ईरान पर बड़े स्तर पर हमला कर उसके रक्षा मुख्यालय और ऊर्जा ठिकानों को निशाना बनाया। जवाब में ईरान ने भी इजराइल के खिलाफ मिसाइल हमलों की बौछार कर दी, जिससे दोनों देशों में भारी तबाही हुई है।
इजराइली हमलों में ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया। इजराइल का दावा है कि उसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े कई टॉप जनरल, वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञों को मार गिराया है। वहीं, ईरान के सरकारी टेलीविजन और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बताया कि उन्होंने इजराइल के लड़ाकू विमानों के लिए ईंधन उत्पादन करने वाले केंद्रों पर हमला किया।
ईरान में हुए विस्फोटों की आवाजें राजधानी तेहरान तक सुनाई दीं। वहीं इजराइल के विभिन्न हिस्सों में भी मिसाइल हमलों की चपेट में आकर आम नागरिकों की मौत हुई है। गैलिली क्षेत्र में एक इमारत पर हुए हमले में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि मध्य इजराइल में दो महिलाओं और एक 10 वर्षीय बालक की जान चली गई। ईरान की तरफ से कहा गया कि इस संघर्ष में अब तक 78 लोग मारे जा चुके हैं और 320 से ज्यादा घायल हुए हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधि ने इजराइल के हमलों की निंदा की, वहीं संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ने ईरान को उसके परमाणु दायित्वों का पालन न करने पर फटकार लगाई है। चीन, रूस और यूरोपीय देशों सहित कई वैश्विक शक्तियों ने दोनों देशों से संयम बरतने और युद्ध की स्थिति से बचने की अपील की है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अब तक के इजराइली हमले भविष्य में होने वाले और भी बड़े अभियानों की शुरुआत भर हैं। उनका कहना है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम खत्म करना इजराइल की शीर्ष प्राथमिकता है।
इस दौरान, ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ने यह भी रिपोर्ट किया कि एक इजराइली ड्रोन ने देश के ‘साउथ पार्स’ गैस क्षेत्र पर हमला किया, जिससे वहां जोरदार विस्फोट हुआ। यह पहली बार है जब ईरान के तेल और गैस संयंत्रों को इस प्रकार निशाना बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त, इजराइली सेना ने ईरानियों को चेतावनी दी है कि वे तत्काल अपने हथियार निर्माण कारखानों को खाली कर दें। सेना के प्रवक्ता कर्नल अविचे अद्राई ने फारसी भाषा में सोशल मीडिया के ज़रिए यह चेतावनी दी है। यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि यदि इजराइल अपने हमले रोकता है, तो ईरान भी हमला बंद कर देगा।
दोनों देशों के बीच जारी यह संघर्ष न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। युद्धविराम और शांति की अपीलों के बीच आने वाले दिन बेहद निर्णायक साबित हो सकते हैं।