तालिबान जैसा बन जाएगा भारत अगर… KCR का बीजेपी पर सीधा हमला

सत्तारूढ़ बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि धार्मिक और जातिगत कट्टरता और समाज में विभाजन को बढ़ावा देने से तालिबान जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी। केसीआर ने कहा कि यदि धार्मिक और जातिवादी कट्टरता को बढ़ावा दिया जाता है, लोगों को विभाजित किया जाता है और ऐसी नीतियों का पालन किया जाता है, तो यह नरक जैसा हो जाएगा। अफगानी तालिबान जैसा मामला बन जाएगा और एक भयानक स्थिति को जन्म दे सकता है। बीआरएस चीफ ने कहा कि इस घृणा के कारण ऐसे हालात पैदा होंगे जिनमें देश की जीवन रेखा ही जल जाएगी। इसलिए खासकर युवाओं को सतर्क रहना चाहिए।

महबूबाबाद और कोठागुडेम में एक एकीकृत जिला समाहरणालय का उद्घाटन करने के बाद जनसभाओं को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा कि देश और राज्य तभी प्रगति कर सकते हैं जब केंद्र में प्रगतिशील सोच वाली और “निष्पक्ष” सरकार हो। उन्होंने भविष्य की राजनीति में पूरे देश को आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते हुए तेलंगाना का पक्ष लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) नहीं बढ़ा। केंद्र की मौजूदा सरकार राज्य सरकार के बराबर प्रदर्शन करने में विफल रही। राव ने कहा कि तेलंगाना का जीएसडीपी 2014 में राज्य गठन के समय 5 लाख करोड़ रुपये था और आज बढ़कर 11.5 लाख करोड़ रुपये हो गया।

यह भी पढ़ें: वाराणसी से रवाना हुआ दुन‍िया का सबसे लंबा क्रूज, पीएम मोदी ने द‍िखाई हरी झंडी

केंद्र की अक्षम नीतियों के कारण अकेले तेलंगाना को 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जीएसडीपी 14.50 लाख करोड़ रुपये होना चाहिए था, लेकिन केंद्र की नीतियों के कारण यह 11.50 लाख करोड़ रुपये रहा। भद्राद्री-कोठागुडेम में बोलते हुए, राव ने कहा कि पार्टी और सरकार जो सभी नागरिकों की समान रूप से देखभाल करती है वह एक “महान” होगी और सांप्रदायिक और जातिवादी आधार पर लोगों के बीच नफरत से देश को नुकसान होगा। अगर देश में इस तरह की गड़बड़ी होती है, अगर हम तालिबान की तरह बन जाते हैं, तो क्या निवेश आएगा? क्या नौकरियां होंगी? क्या मौजूदा उद्योग बने रहेंगे? अशांति होगी और कर्फ्यू, लाठीचार्ज और फायरिंग का माहौल होगा तो समाज कैसा होगा?” आप सब देख रहे हैं कि आज क्या हो रहा है, देश को गलत रास्ते पर ले जाने की कितनी नापाक कोशिशें हो रही हैं।