छह साल और 13 मैच के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, रोमांचक मुक़ाबले में 4-3 से दर्ज़ की जीत

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पांच मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया को रोमांचक मुक़ाबले में 4-3 से हराया है। यह भारत की उनके खिलाफ 13 मैचों में पहली जीत है। इस सीरीज के पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन मेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में उन्होंने जोरदार वापसी की है। यह 65 हॉकी मैचों में ऑस्ट्रेलिया पर भारत की 13वीं जीत है । वहीं 2016 के बाद पहली जीत है।

ऑस्ट्रेलिया ने सातवें मिनट में मैच का पहला मौका बनाया लेकिन उसके खिलाड़ी भारतीय डिफेंस को चकमा देने के बाद गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक की सजगता से पार नहीं पा सके। इसके पांच मिनट के बाद भारतीय कप्तान ने पेनल्टी कॉर्नर पर ताकत का इस्तेमाल करने की जगह ‘प्लेसमेंट’ पर ध्यान देते हुए ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर जोहान डर्स्ट की दाहिनी ओर गोल कर भारत को बढ़त दिला दी।

यह मनदीप सिंह थे, जिन्होंने भारत के लिए विजेता स्कोर करने के लिए आकाशदीप सिंह को मदद दी, जबकि अन्य गोल हरमनप्रीत सिंह (12), अभिषेक (47) और शमशेर सिंह (57) ने किए। आस्ट्रेलिया के लिए जैक वेल्च (25), एरन जालेव्स्की (32) और नाथन एफ्राम्स (59) ने गोल में योगदान दिया।

मैच के आखिरी मिनट में इफ्राम्स के गोल से ऑस्ट्रेलिया ने बराबरी की लेकिन आखिरी हूटर बजने से 54 सेकंड पहले भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे मंदीप सिंह के शॉट पर आकाशदीप ने गोल में बदल कर टीम को यादगार जीत दिला दी। मैच के बाद भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा, “आज यह एक बेहतर रक्षात्मक प्रयास था। हमने कई मौकों पर अच्छी वापसी की।” हालांकि, उन्होंने फिर भी खिलाड़ियों को अपने विरोधियों को बहुत अधिक मौके देने की चेतावनी दी।’

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उन्होंने कहा, “जबकि हमारी पीसी रूपांतरण दर अच्छी थी, फिर भी हमने शायद उन्हें बहुत अधिक मौके दिए और अपने गोलकीपर पर थोड़ा बहुत भरोसा किया। यह कहते हुए कि, कभी-कभी जीत हासिल करना अच्छा होता है और मुझे लगता है कि आज टीम ने यही किया। हमने कड़ा मुकाबला किया और जनवरी में होने वाले विश्व कप से पहले यह हमारे लिए बेहतर मैच था।” सीरीज का चौथा मैच शनिवार और आखिरी मैच रविवार को खेला जाएगा।