इतिहास के पन्नों में: 02 दिसंबर

ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को दर्शाने वाला स्मारक गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण इंग्लैंड के राजा जॉर्ज पंचम के भारत आगमन के उपलक्ष्य में कराया गया था। यही स्मारक आगे चलकर 1947 में इस बात का भी गवाह बना कि भारत में ब्रितानी साम्राज्य का सूरज हमेशा के लिए डूब चुका है। ब्रिटिश सेना का आखिरी जत्था यहीं से होकर यूरोप वापस गया था।

दिसंबर 1911 में मुंबई बंदरगाह पर स्मृति पत्र के रूप में इसका निर्माण वास्तुकार जॉर्ज विटेट ने किया। जॉर्ज पंचम और उनकी पत्नी मैरी भारत आने वाले ब्रिटेन के पहले राजा बने। हालांकि वे अपने भारत आगमन पर गेटवे ऑफ इंडिया की संरचना का मॉडल ही देख सके। वास्तव में इसका निर्माण 1915 तक शुरू नहीं हुआ।

पीले बेसाल्ट और कंक्रीट से बना गेटवे ऑफ इंडिया 1924 में बनकर तैयार हुआ। भारत-सरसेनिक वास्तुशिल्प की इसकी संरचना 26 मीटर ऊंचाई के साथ एक बड़े मेहराब के रूप में है। स्मारक के केंद्रीय गुंबद का व्यास करीब 48 फीट है। इसके निर्माण पर 2.1 मिलियन की लागत आई थी। यह अरब सागर से होकर आने वाले जहाजों के लिए भारत के द्वार के रूप में जाना जाता है।

अन्य अहम घटनाएं:

1804: फ्रांस के सम्राट के रूप में नेपोलियन बोनापार्ट की ताजपोशी।

1942: पांडिचेरी में श्री अरविंदो आश्रम स्कूल की स्थापना जो बाद में श्री अरविंदो इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एजुकेशन के नाम से जाना गया।

1971: संयुक्त अरब अमीरात ने ब्रिटेन से स्वतंत्र होने की घोषणा की।

1989: विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के सातवें प्रधानमंत्री बने।

1999: भारत में बीमा क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश को मंजूरी।

1999: सुप्रसिद्ध गिटारवादक चार्ली ली बर्ड का निधन।

2014: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एआर अंतुले का निधन।

2014: मशहूर हास्य अभिनेता देवेन वर्मा का निधन।