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हिंदू युवक ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर फेसबुक पर किया पोस्ट, मारने के लिए उमड़ पड़ा मुस्लिमों का जनसैलाब

बांग्लादेश में एक हिन्दू युवक के खिलाफ इस्लामी कट्टरपंथियों का हुजूम उस वक्त उमड़ पड़ा, जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। इस लड़के पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप लगा है। जब पुलिस ने इस युवक को गिरफ्तार किया तो उन्मादी मुस्लिम भीड़ ने पुलिस स्टेशन को घेर लिया और आरोपी युवक को सौंपने की मांग करने लगे।

हिंदू युवक को मारने के लिए इकठ्ठा हुई छात्रों की भीड़

यह मामला बांग्लादेश के चटगांव जिले के पाटिया थाना क्षेत्र का है। बीते सोमवार को पुलिस ने 22 वर्षीय हिंदू युवक पार्थ बिस्वास पिंटू को ‘ईशनिंदा’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया। कमरुल इस्लाम नामक व्यक्ति ने एक दिन पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और पिंटू पर फेसबुक पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।

आरोपी युवक की गिरफ्तारी की खबर सुनने के बाद कट्टरपंथी मुसलमानों की भीड़ पाटिया पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गई। इस भीड़ में ज़्यादातर स्थानीय मदरसा छात्र शामिल थे। भीड़ ने हिंदू युवक को मारने के लिए सेना के वाहन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में एक सैन्य अधिकारी घायल हो गया।

उन्होंने पार्थ बिस्वास पिंटू को सौंपने की मांग की ताकि वे उसे उत्सव मंडल की तरह मार सकें। हालांकि, पुलिस ने उनकी मांगें मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद मदरसा के छात्रों और स्थानीय मुसलमानों ने पुलिस स्टेशन के वेटिंग रूम में तोड़फोड़ की। उन्होंने बांग्लादेशी सेना की एक कार पर भी घात लगाकर हमला किया और इस दौरान एक अधिकारी को घायल कर दिया।

घटना के बाद किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए इलाके में पुलिस और सेना के जवानों की एक बड़ी टीम तैनात कर दी गई।

मामले के बारे में बात करते हुए पाटिया सर्किल एसपी अरिफुल इस्लाम ने कहा कि फेसबुक पोस्ट के कारण पुलिस स्टेशन के बाहर भीड़ जमा हो गई थी। हमने सुबह-सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्याय के कटघरे में खड़ा किया। भीड़ कानूनी प्रक्रिया को समझे बिना ही उग्र हो गई। बाद में अतिरिक्त पुलिस और सेना बल तैनात किया गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।

इस बीच, हिंदू युवक को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने आगे की पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेने की मांग की। भीड़ द्वारा हमला किए गए सैन्य अधिकारी के हाथ में चोटें आईं और उन्हें पाटिया उपजिला स्वास्थ्य परिसर के आपातकालीन विभाग में इलाज के लिए ले जाया गया।