लखनऊ। हाथरस जिला दलित बालिका की सामूहिक दुष्कर्म के बाद मौत के कारण बेहद चर्चा में हैं। विपक्षी प्रदेश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच बालिका की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित स्पेशल इंवेस्टेशन टीम (एसएआइटी) ने जांच का मोर्चा संभाल लिया है।
इस जघन्य कांड का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है, साथ ही लोगों का गुस्सा भी चरम पर है। इसी बीच में राजनीतिक दलों में भी इसका श्रेय लेने की होड़ लगी है।
हाथरस में दलित बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के प्रकरण की जांच कर रही एसआइटी गुरुवार सुबह पीड़िता के गांव पहुंची है। टीम वहां स्वजनों के बयान दर्ज कर रही है।
इस दौरान स्वजन एसआइटी की जांच से संतुष्ट दिख रहे हैं। इससे पहले बुधवार रात भी टीम गांव गई थी। टीम ने इस दौरान हाथरस के एसपी विक्रान्तवीर, केस के विवेचक सीओ सादाबाद, चंदपा थाने के कोतवाल के भी बयान भी लिए थे। एसआइटी हाथरस में तीन दिन रहेगी। उसका यहां पर आज दूसरा दिन है।