संसद का शीतकालीन सत्र आज (07 दिसंबर) से शुरू हो गया है। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज राज्यसभा के अध्यक्ष का पदभार संभाला है। उपराष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहली बार राज्यसभा के अध्यक्ष पद पर कार्य कर रहे हैं। शीतकालीन सत्र के शुरुआत में पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ को बधाई दी है। उसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में जगदीप धनखड़ का स्वागत किया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने शायराना अंदाज में धनखड़ से बातें कीं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ से कहा, ”मेरे बारे में कोई राय मत बनाना गालिब मेरा वक्त भी बदलेगा मेरी राय भी बदलेगी।”
‘आपकी भूमिका बाकी भूमिकाओं से काफी बड़ी है…‘
मल्लिकार्जुन खड़गे ने जगदीप धनखड़ से कहा, ”देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद की जिम्मेदारी लेने के लिए मैं विपक्ष के सदस्यों की ओर से आपको बधाई देता हूं। आज हमें राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में आपका स्वागत करने का अवसर मिला है।” मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ”मैं कहना चाहता हूं कि राज्यसभा के संरक्षक के रूप में आपकी भूमिका बाकी भूमिकाओं से काफी बड़ी हैं। आप जिस आसन पर बैठे हैं उसपर कई गणमान्य लोग बैठ चुके हैं। ये देश का उच्च सद है।”
‘आप भूमि पुत्र हैं, संसदीय परंपराओं को बखूबी समझते हैं…‘
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ”आप भूमि पुत्र हैं, संसदीय परंपराओं को आप बखूबी समझते हैं। राजस्थान विधानसभा और पश्चिम बंगाल में राज्यपाल रहे हैं। पढने लिखने में आपकी रूची है, आपकी रूपरेखा बेहद बड़ी है।”
पीएम मोदी ने भी धनखड़ का स्वागत किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का राज्यसभा के अध्यक्ष पद पर कार्यभार संभालने के लिए स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा, ”हमारे उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है। इस प्रकार, वह जवानों और किसानों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं।” पीएम मोदी बोले, ‘मुझे विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में राज्यसभा अपनी विरासत को न केवल आगे बढ़ाएगी अपितु नई ऊंचाई भी देगी। मैं पूरे सदन और देश की तरफ से आदरणीय सभापति जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं।’