भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने कहा कि मुख्य कोच गौतम गंभीर अतीत में अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिये ही आक्रामक होते नजर आये हैं।
कार्तिक ने कहा कि गंभीर की आक्रामकता कभी भी गैर जरूरी नहीं थी। उन्होंने लीजैंड्स लीग क्रिकेट के एक कार्यक्रम से इतर कहा कि वह अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिये ही आक्रामक होता रहा है। मौजूदा दौर के खिलाड़ी इसका आनंद उठायेंगे।वह बिना वजह क्रोधित नहीं होता।
कार्तिक ने कहा कि मुझे यकीन है कि जब भी जरूरत होगी, वह सख्ती से पेश आयेगा। ऐसा खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने के लिये ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से पहले टेस्ट क्रिकेट में कोचिंग का अनुभव नहीं होना गंभीर के जेहन में होगा।
उन्होंने कहा कि उसने कई टी20 टूर्नामेंटों में कोचिंग की है लेकिन बतौर कोच यह टेस्ट श्रृंखला उसके लिये नई होगी और यह उसके जेहन में जरूर होगा। वह खेल की नब्ज समझता है जो एक कोच के लिये सबसे महत्वपूर्ण है।