श्रद्धा के टुकड़े करने से लेकर ठिकाने लगाने तक…दरिंदे आफताब ने किए ये 12 सनीसनीखेज खुलासे

मुंबई में जवान युवक और युवती के बीच डेटिंग एप के जरिए दोस्ती हुई। यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। प्यार में पागल युवक और युवती ने मुंबई छोड़ दिया। दिल्ली आए, दोनों के बीच झगड़ा हुआ और फिर अफेयर की कहानी का दर्दननाक अंत भी हो गया। कातिल प्रेमी आफताब अमीन पूनावाला(28) ने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर(26) की बेरहमी से हत्या की, फिर उसकी लाश के टुकड़े करने की सनसीखेज घटना ने सबको झकझोर दिया। आरोपी ने विदेशी क्राइम सीरियल डेक्सटर देखकर लाश के टुकड़े किए और उन्हें रात में ठिकाने भी लगाया। आरोपी ने बाथरूम में टुकड़े करने के बाद उन्हें धोकर पॉलिथीन में पैक किया और फ्रीज में रखा। 22 दिन तक रोजाना वह पिट्टू बैग में एक टुकड़े को रखता था और जंगल में फेंक कर आता था। महरौली पुलिस ने करीब छह महीने बाद आरोपी युवक को गिरफ्तार कर हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया।

घर में हमेशा अगरबत्ती जलाकर रखता था

आरोपी आफताब को पता था कि शव को घर में रखने से बदबू आएगी। इस कारण वह घर में हमेशा अगरबत्ती जलाकर रखता था। इसके अलावा उसे रूम फ्रेशनर भी इस्तेमाल करता था। इस तरह उसने करीब 22 दिन में काफी रूम फ्रेशनर खाली कर दिए थे। पुलिस को अभी तक उस हथियार को बरामद नहीं कर पाई है जिससे उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े किए थे। वहीं, श्रद्धा का मोबाइल फोन भी अभी तक नहीं मिला है।

18 मई को झगड़े में आफताब ने की श्रद्धा की हत्या

18 मई को श्रद्धा और आफताब के बीच झगड़ा हुआ। विवाद के दौरान आफताब ने एक हाथ से श्रद्धा का मुंह दबाया। जब श्रद्धा चिल्लाने लगी तो आरोपी ने दूसरे हाथ से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को बाथरूम में रखा। 19 मई को उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने शुरू किए। उसने सबसे पहले उसके हाथ व पैर काटे। इसके बाद वह दो दिन तक शव के टुकड़े करता रहा। टुकड़े को धोता और पोछकर बोरिक पाउडर लगाता। इसके बाद वह पॉलिथीन में पैककर फ्रीज में रख देता।

गूगल से सीखा खून साफ करने का तरीका

आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या के बाद खून साफ करने का तरीका जानने के लिए गूगल किया था। पुलिस ने दावा किया है कि आफताब ने मानव शरीर की संरचना के बारे में भी वहां से जानकारी जुटाई थी। आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने मानव शरीर की रचना के बारे में पढ़ा था ताकि शरीर को काटने में मदद मिल सके। पुलिस ने कहा कि उन्होंने आफताब के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को जब्त कर लिया है और इसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी।

डेक्सटरसहित कई क्राइम वेब सीरीज और फिल्में देखी

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने खुलासा किया कि सनसनीखेज श्रद्धा हत्याकांड में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने कत्ल करने से पहले ‘डेक्सटर’ सहित कई क्राइम वेब सीरीज और फिल्में देखी थीं। आरोपी आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर आफताब ने उन्हें अलग-अलग जगह पर जंगल में फेंक दिया। महरौली थाने की पुलिस ने करीब छह महीने पहले हुई हत्या के मामले को सुलझाते हुए आफताब को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस को ऐसे गुमराह करता रहा आरोपी आफताब

19 मई को उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने शुरू किए। उसने सबसे पहले उसके हाथ व पैर काटे। इसके बाद वह दो दिन तक शव के टुकड़े करता रहा। टुकड़े को धोता और पोछकर बोरिक पाउडर लगाता। इसके बाद वह पॉलिथीन में पैककर फ्रीज में रख देता। वह शव के एक टुकड़े की पॉलिथीन को पिट्ठू बैग में रखता और रात दो बजे महरौली के जंगल में फेंक कर आ जाता। वह जंगल में शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंकता था। कई बार लोगों ने रात में जंगल में आने का उससे कारण पूछा तो वह कहता था कि वह शौच करने आया है। इस तरह वह 22 दिनों तक शव के टुकड़ों को जंगल में फेंकता रहा।

फ्रिज में शव के साथ खाने-पीने का सामान भी रखे था आफताब

आरोपी फ्रिज के साइड वाले गेट पर खाने-पीने का सामान रखता था। जबकि उसके अंदर उसने शव के टुकड़े रखे हुए थे। फ्रिज में कोल्ड ड्रिक, पानी, बटर, पेप्सी व दूध आदि सामान रखा हुआ था। आरोपी फ्रीज से हर रोज फ्रीज से खाने-पीने का सामान निकालता था। हालांकि वह खाने का सामान ऑनलाइन मंगाता रहा।

जहां किया प्रेमिका का कत्ल वहां रहता था दरिंदा

सूत्रों के अनुसार, आफताब रोज उसी कमरे में सोता था, जहां उसने श्रद्धा की हत्या कर शव को काटा था। फ्रिज में रखने के बाद वह उसका चेहरा देखता था।

आफताब ने पुलिस को बताया कि वह रोज फ्रिज खोलकर श्रद्धा के चेहरे को घंटों घूरता रहता था। इतना ही नहीं उसने श्रद्धा की पहचान मिटाने के लिए हाथों की कलाइयां, अंगुलियां समेत कई हिस्सों को ब्लोअर से जला दिया था। इसके लिए वह महरौली बाजार से ब्लोअर खरीद लाया था आफताब ने शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के बाद फ्रिज की सफाई की थी।

दस दिन तक श्रद्धा का इंस्टाग्राम चलाता रहा आफताब

दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आफताब ने पूछताछ में खुलासा किया है कि श्रद्धा के बारे में कोई संदेह न हो, इसके लिए वह दस दिन तक उसका इंस्टाग्राम चलाता रहा। अगर मृतका का कोई दोस्त उसे मैसेज भेजता था तो वह उसका जवाब भी देता था। 10 जून के बाद उसने मृतका का इंस्टाग्राम व मोबाइल बंद कर दिया था। इसके बाद श्रद्धा के दोस्तों को उसकी चिंता सताने लगी थी।

शादी के लिए तैयार नहीं थे श्रदा के परिजन

आफताब दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखता है। इस कारण मृतका के परिजनों ने शादी करने की अनुमति नहीं दी थी। इस कारण दोनों ही मुंबई में सहमति संबंधों में रहने लगे थे। ये भी आरोप है कि आरोपी श्रद्धा के साथ मारपीट करता था। एक बार विकास वाकर श्रद्धा को लेने दिल्ली आए थे। मगर आरोपी ने माफी मांग ली थी और वह आफताब के पास ही रुक गई थी। मृतका अपने दोस्त लक्ष्मण के संपर्क में थी। वह ही उसके बारे में उसके माता-पिता को जानकारी देता था।

दोनों की बोंबल डेटिंग एप के जरिए हुई दोस्ती

श्रद्धा मलाड़, मुंबई में रहती थी और आफताब भी मुंबई का रहने वाला है। दोनों की बोंबल डेटिंग एप के जरिए दोस्ती हुई थी। जल्द ही दोनों में प्यार हो गया और मुंबई में सहमति संबंधों में रहने लगे। कुछ समय बाद ही इनमें झगड़ा हो गया। ये एक-दूसरे पर संदेह करते थे। इस कारण इनमें झगड़ा होता रहता था।

फ्लैट में आती थी एक और लड़की

पुलिस को जांच में पता लगा है कि आफताब के फ्लैट में एक और लड़की आती-जाती थी। दूसरी लड़की ने श्रद्धा की मौत के बाद आफताब के पास आना शुरू किया था। मगर आरोपी ने दूसरी लड़की को श्रृद्धा के शव के टुकड़े फ्रिज में रखे होने का पता नहीं लगने दिया था। जब उसने शव के टुकड़े ठिकाने लगा दिए तो फ्लैट बदल लिया था।

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आफताब के कई लड़कियों से थे संबंध

सूत्रों के मुताबिक, श्रद्धा से पहले भी आफताब के कई लड़कियों से संबंध थे। अपराध करने से पहले उसने कई क्राइम फिल्में और वेब सीरीज भी देखीं, जिनमें अमेरिकन क्राइम ड्रामा सीरीज डेक्सटर भी शामिल है। सितंबर में पीड़िता की सहेली ने अपने परिवार को बताया कि पिछले ढाई महीने से श्रद्धा से कोई संपर्क नहीं था और उसका मोबाइल नंबर भी बंद था। उसके परिवार ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी चेक किया और इस दौरान कोई अपडेट नहीं पाया था।