त्रिपुरा में पुलिस अधिकारी समेत पांच की हत्या, मृतकों में दो बच्चियां भी

मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति ने अपनी दो बच्चियों और एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों का कत्ल कर दिया। यह ह्रदयविदारक वारदात त्रिपुरा के खोवाई जिलांतर्गत उत्तरी रामचंद्रघाट, भीर चौमुहानी के श्योराटली में शुक्रवार देररात हुई है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक वीएस यादव ने इसकी पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि प्रदीप देब राय ने अपनी मासूम दो बच्चियों मंदिरा देव राय (7), आरती देव राय (1), बड़े भाई अमलेश देव रॉय, ऑटो यात्री कृष्णा दास और खोवाई पुलिस के अधिकारी सत्यजीत मलिक की फावड़े से हत्या कर दी। उसने अपनी पत्नी मीना पाल देव रॉय और ऑटो यात्री कर्णबीर दास पर भी हमला किया। दोनों को गंभीर अवस्था में जीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक वीएस यादव ने कहा कि प्रदीप देब राय मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। खोवाई जिला पुलिस अधीक्षक किरण कुमार राव ने कहा कि आरोपित शुक्रवार शाम तक सामान्य था। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान था।

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने ड्यूटी के दौरान मारे गए पुलिस अधिकारी सत्यजीत मलिक की मौत पर दुख जताया है। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री प्रतिमा भौमिक ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। खोवाई जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव सेनगुप्ता ने कहा कि दिवंगत सत्यजीत मलिक का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

खोवाई जिला पुलिस अधीक्षक किरण कुमार राव ने स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि प्रदीप ने शुक्रवार रात करीब 11 बजे अपनी बड़ी बेटी मंदिरा देव राय और सबसे छोटी बेटी आरती देव राय को घर पर फावड़े काटकर मार दिया। उसकी पत्नी मीना पाल देव राय सामने आई तो प्रदीप ने उस पर भी हमला किया। महिला की चीख-पुकार सुनकर प्रदीप का बड़ा भाई अमलेश देव राय पहुंचा। इसी दौरान प्रदीप ने भाई की भी जान ले ली। घर में खूनखराबा करने के बाद प्रदीप ने पड़ोसियों के घरों पर हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान सड़क पर एक ऑटो पर हमला कर दिया। हमले में ऑटो सवार कृष्ण दास की मौत हो गई। ऑटो में सवार एक यात्री का पुत्र कर्णबीर दास भी गंभीर रूप से घायल हो गया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सूचना मिलते ही खोवाई थाने के पुलिस अधिकारी सत्यजीत मलिक घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लाठी से उसे रोकने की कोशिश की। लेकिन, हमले में पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक राव ने कहा कि आरोपित को गिरफ्तार कर खोवाई थाने में रखा गया पुलिस आज ही उसे अदालत में पेश करेगी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस अधिकारी का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर अगरतला के इंद्रानगर स्थित उनके घर ले जाया गया।

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इस घटना के संबंध में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा है, “मैं एक मानसिक रूप से विक्षिप्त आदमी के हमले में खोवाई थाने के अधिकारी सत्यजीत मलिक की शहादत से बहुत दुखी हूं, जो ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने जा रहे थे।” मैं पुलिस अधिकारी सहित इस घटना में मारे गए सभी लोगों की आत्मा की शांति की कामना करता हूं। पीड़ित परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।