WFI के प्रमुख और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों के समर्थन किसान भी जंतर-मंतर पहुंच चुके हैं. आज यानी सोमवार 8 मई को जंतर मंतर पर बड़ा हंगामा हुआ, जिसमें किसानों ने पुलिस बेरिकेट पर धावा बोल दिया.
इससे पहले प्रदर्शनकारी पहलवानों को सलाह देने वाली 31 सदस्यीय समिति ने रविवार को कहा था कि अगर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को 21 मई तक गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो वे कुछ अहम फैसला करेंगे. इस बीच विनेश फोगाट ने उन आरोपों को खारिज किया कि इस विरोध प्रदर्शन को किसानों ने हाईजैक कर लिया है.
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत, ‘खाप महम 24’ के प्रमुख मेहर सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) (गैर-राजनीतिक) के बलदेव सिंह सिरसा पहलवानों के साथ मंच पर शामिल हुए और मीडिया को संबोधित किया.
पहलवानों के साथ पूरा देश खड़ा है
टिकैत ने यहां इकट्ठा हुई भारी भीड़ को कहा, ‘आज बैठक में खाप पंचायत और एसकेएम के कई नेता शामिल हुए. हमने तय किया कि हर खाप से सदस्य रोज धरना स्थल पर आएंगे. वे दिन में यहीं रुकेंगे और शाम तक लौट आएंगं.’ उन्होंने कहा, ‘पहलवानों की समिति धरना प्रदर्शन करेगी और हम पहलवानों को बाहर से समर्थन देंगे. हमने 21 मई के लिए बैठक निर्धारित की है. अगर सरकार कोई प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘अगर कोई आपात स्थिति आती है, पहलवान अगर किसी समस्या का सामना करते हैं तो पूरा देश उनके साथ खड़ा है.’
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रविवार को कैंडल मार्च निकाला
शाम को पहलवानों ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान इंकलाब जिंदाबाद के नारे गूंज रहे थे और पहलवान एक-दूसरे का हाथ पकड़कर चल रहे थे. मार्च शुरू होने से ठीक पहले ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ जैसे देशभक्ति गीत बजाए गए. विरोध स्थल पर भारी भीड़ के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया था. इसमें रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और महिला सुरक्षाबलों की भी बड़ी सुख्या में तैनाती की गई है.