किसान आंदोलन को लगा तगड़ा झटका, कृषि कानूनों के समर्थन में किसानों ने छेड़ दी मुहीम

हरियाणा में किसानों का एक गुट कृषि कानूनों के समर्थन में आ गया है। इस गुट ने उत्तरी हरियाणा में कृषि कानूनों के समर्थन में जागरुकता अभियान शुरू कर दिया है। बहुत जल्द किसान आंदोलन के अग्रणी नेता गुरनाम सिंह चढूनी के इलाके में प्रगतिशील किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा प्रदेश के अन्य मंत्री भाग लेंगे।

उत्तरी हरियाणा में एक गुट ने शुरू किया जागरुकता अभियान

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रदेशाध्यक्ष गुणी प्रकाश के अनुसार कृषि कानूनों को पढऩे और समझने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई बैठक में 31 किसान नेताओं ने भाग लिया जिसमें इन कानूनों को लेकर चर्चा की गई है।

कृषि कानूनों के समर्थन में आए प्रगतिशील किसान

उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही असली किसान इन कानूनों के पक्ष में हैं, जबकि तथाकथित किसानों ने इस शांतिपूर्ण आंदोलन को राजनीतिक रंग दे दिया है, जिसका खामियाजा हम सामान्य किसानों को भुगतना पड़ रहा है। गुणी प्रकाश ने दावा किया कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन करने वाले ज्यादातर राजनीतिक प्रतिनिधि हैं।

चढ़ूनी के क्षेत्र में होगा किसान सम्मेलन

भारतीय किसान यूनियन के महासचिव उदय भान ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने राजनीतिक निहित स्वार्थों को आगे बढ़ाने के लिए किसानों के जीवन को खतरे में डालकर अपनी राजनीति कर रहे हैं। जो असली किसान हैं वे इन कृषि कानूनों के समर्थन में हैं।

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गुणी प्रकाश ने बताया कि प्रगतिशील किसानों के संगठनों ने हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर किसानों को इन कानूनों के बारे में जागरूक करना शुरू कर दिया है। किसानों को इन कानूनों के लाभों को समझाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द कुरूक्षेत्र में प्रगतिशील किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री तथा प्रदेश के अन्य मंत्रियों को बुलाया जाएगा।