भाजपा नेता की हत्या को लेकर चुनाव आयोग सख्त, बढ़ सकती हैं तृणमूल की दिक्कतें

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक हिंसा को लेकर केन्द्रीय चुनाव आयोग सख्त हो गया है। भाजपा नेता की हत्या के मामले में बंगाल दौरे पर पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पूरी स्थिति पर चिंता जताते हुए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक से रिपोर्ट तलब की है। इसी बीच भाजपा ने इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर उस पर गुंडागर्दी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। 

भाजपा नेता की हत्या के मामले में तृणमूल पर लगे आरोप

दरअसल, कूचबिहार लोकसभा क्षेत्र के दिनहाटा के मंडल अध्यक्ष अमित सरकार का शव आज पार्टी कार्यालय के पास फंदे से लटकता बरामद हुआ। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता की हत्या के लिए तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है। इस हत्या के मामले में भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराई है।

सोमवार को भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया कि दीदी का ‘खेला‘ शुरू! ममता राज की राजनीतिक हिंसा का अभी अंत नहीं हुआ। कूचबिहार लोकसभा क्षेत्र के दिनहाटा के मंडल अध्यक्ष अमित सरकार को तृणमूल के गुंडों ने फांसी पर लटका दिया। राज्य में अभी तक 130 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए ममता की पार्टी ही जिम्मेदार है।

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उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर में भी एक भाजपा नेता विकास नस्कर का शव पेड़ से लटकता मिला था। भाजपा ने आरोप लगाया था कि विकास नस्कर को तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मारकर उसके शव को रस्सी के सहारे पेड़ से टांग दिया था।