उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के लेटर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा गया है। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर तंज कसते हुए निशाना भी साधा है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों को लेकर खुद विभाग की कमान संभाल रहे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा सवाल उठाए जाने से हड़कंप का माहौल है।
वायरल लेटर के बाद अपर मुख्य सचिव ने मांगा तबादलों का ब्योरा
विभागीय अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने महानिदेशक स्वास्थ्य से महानिदेशालय से हुए चिकित्सकों व अन्य स्टाफ के तबादलों का ब्योरा मांगा है। उधर, डिप्टी सीएम के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने भी महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से 30 जून से पहले मंडलों में चिकित्साधिकारियों की तैनाती की जानकारी मांगी है।
स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर हुए थे तबादले
स्वास्थ्य विभाग में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों, संयुक्त निदेशकों और अन्य चिकित्सकों सहित बड़े पैमाने में ट्रान्सफर किए गए थे। इसमें लेवल-1 स्तर के तबादले शासन और लेवल 2, 3 स्तर के चिकित्साधिकारियों और अन्य स्टाफ के ट्रांसफर महानिदेशालय स्तर से किए गए थे। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ द्वारा तबादलों से पहले ही डिप्टी सीएम से मिलकर तबादलों के तौर-तरीकों को लेकर शिकायत की थी। कई अन्य कर्मचारी संघों द्वारा भी सवाल खड़े किए गए थे।
अपर मुख्य सचिव ने तबादलों को ठहराया सही
30 जून को हुए तबादलों को लेकर बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक से लौटे उपमुख्यमंत्री सीएम ब्रजेश पाठक ने चार जुलाई को तबादलों को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए स्थानांतरण नीति का पालन न होने की बात कही थी। उन्होंने अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से पूरी तबादला सूची विवरण सहित तलब की है। उधर, अपर मुख्य सचिव ने तबादलों को सही ठहराया था। एसीएस प्रसाद ने महानिदेशक को भेजे पत्र में बुधवार तक सभी तबादलों का ब्योरा मांगा है।