लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना है, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
उन्होंने निर्देश दिया कि बरसात के मौसम में लोगों को गंदगी, कीचड़ और जलभराव से बचाने के लिए डोर-टू-डोर कूड़ा उठान, कूड़ा प्रबंधन, नालों की सफाई और जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थान पर जलभराव की स्थिति न बने, इसके लिए सभी पंपिंग स्टेशनों की जांच अभी से की जाए। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त पम्पसेट और जेनसेट की व्यवस्था की जाए। टोल फ्री नंबर 1533 और डीसीसीसी के माध्यम से शिकायतों की लगातार मॉनीटरिंग हो और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।
बरसात में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे रोगों से बचाव के लिए फॉगिंग, ब्लीचिंग पाउडर, एंटी लार्वा और चूने का भरपूर प्रबंध किया जाए। सभी निकायों में अधिक से अधिक पौधरोपण कराया जाए, ताकि शहरों की हरियाली और सुंदरता बढ़े। उन्होंने नक्षत्र वाटिका, मियावाकी वन, पुष्प वाटिका जैसी थीम पर पौधरोपण को बढ़ावा देने की बात कही और कहा कि रोपे गए पौधों की देखभाल भी सुनिश्चित हो।
यह बातें उन्होंने बुधवार को जल निगम के फील्ड हॉस्टल संगम में ‘संभव’ जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस दौरान प्रदेश भर से आईं 30 से अधिक शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। जनसुनवाई में प्रमुख सचिव अमृत अभिजात सहित वरिष्ठ अधिकारी और सभी निकायों के अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।