गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली पुलिस ने हटाई बैरीकेडिंग, तो राकेश टिकैत ने सरकार को दी चेतावनी

कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न सीमाओं पर लगाए बैरीकेडिंग अब धीरे-धीरे हटाए जाने लगे हैं। इसी क्रम में टिकारी सीमा के बाद शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर से भी बैरिकेड हटाई जाने लगी है। हालांकि, इन बैरिकेडिंग के हटने के साथ ही भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के खिलाफ फिर दहाड़ लगाई है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की इन बैरीकेडिंग हटने का समर्थन करने के साथ ही कहा है कि किसान अब संसद में जाकर फसल बेचेंगे।

गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेडिंग हटने के साथ ही राकेश टिकैत ने दिया ये बयान

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को बैठे हुए 11 महीने हो गए। ठीक है, बैरिकेडिंग हटनी चाहिए। इसपर संयुक्त मोर्चा से बात होगी। जब रास्ते खुल जाएंगे तो किसान दिल्ली जाएंगे। वहीं संसद में फसल बेचेंगे। धान से भरे हुए ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। देखेंगे कहां रोका जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसान अपनी फसल कहीं पर भी बेच सकता है। रास्ते खुलेंगे तो हम भी अपनी फसल बेचने पार्लियामेंट में जाएंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि फिलहाल पुलिस अधिकारियों से उनकी कोई बात नहीं हुई है। जिस दिन ट्रैक्टर निकलने का रास्ता हो जाएगा, वह ट्रैक्टर से फसल बेचने दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने कहा है कि किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं। हम फसल बेचने दिल्ली जाएंगे।

आपको बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर से भी बैरिकेडिंग हटाना शुरू कर दिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि हम एक घंटे में बैरीकेडिंग कटा लेंगे। यह बैरीकेडिंग सरकार द्वारा दिए गए आदेश के बाद हटाई जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बैरीकेडिंग हटने के बाद गाजियाबाद से दिल्ली की ओर आने वाला रास्ता साफ़ हो जाएगा।

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बैरीकेडिंग हटाने का यह फैसला अभी बीते दिनों हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसानों द्वारा सीमाओं पर किये जा रहे आंदोलन पर जताई गई नाराजगी के बाद लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लंबे वक्त तक ऐसे किसी रास्ते को बंद नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे आम लोगों को दिक्कत होती है। इसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने अपने कुछ टेंट हटाकर यह दिखाने की कोशिश की थी कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि पुलिस ने बैरिकेड लगाकर बंद किया हुआ है। टिकैत के उसी आरोप के बाद अब पुलिस ने पहले टिकरी और अब गाजीपुर से बैरिकेड हटाने शुरू किए हैं।