कॉलेज परिसर में नमाज पढ़ने से रोकने के मामले में विधायक के पत्र पर विवाद

राजस्थान में एक कॉलेज के परिसर में छात्र को नमाज पढ़ने से रोके जाने के मामले में कांग्रेस विधायक अमीन कागजी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र को लेकर विवाद शुरू हो गया है। राज्य की किशनपोल सीट से विधायक कागजी ने इस मामले में कॉलेज के उप प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है।

पिछले हफ्ते जयपुर के राजस्थान कॉलेज में एक अल्पसंख्यक छात्र को नमाज पढ़ने से रोक दिया गया था। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कागजी के पत्र की प्रति सोशल मीडिया पर साझा की।

इस कथित पत्र में कागजी ने राजस्थान कॉलेज के उप प्राचार्य आर एन शर्मा द्वारा मुस्लिम छात्र के साथ धार्मिक भेदभाव कर सद्भाव बिगाड़ने के आरोप में उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, देवनानी ने इस पत्र पर आपत्ति जताई है।

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देवनानी ने ट्वीट कर आरोप लगाया, “राजस्थान विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य और विधायक अमीन कागजी द्वारा कॉलेज में नमाज को लेकर धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे कृत्य शिक्षण संस्थाओ को कट्टरवादी सोच से प्रदूषित करने को परिलक्षित करती हैं। तत्काल प्रभाव से उन्हें सिंडिकेट से निलंबित किया जाये।”