नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया में आयी एक खबर के हवाले से कहा कि नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कच्चातिवु द्वीप संवेदनाहीन ढंग से श्रीलंका को दे दिया था। उन्होंने एक्स पर एक खबर साझा करते हुए कहा, आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली खबर। नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कैसे संवेदनाहीन ढंग से कच्चातिवु दे दिया था। इससे प्रत्येक भारतीय नाराज है और लोगों के दिमाग में यह बात बैठ गयी है कि हम कभी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का 75 वर्ष से काम करने का तरीका रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन तथ्यों से प्रत्येक नागरिक को चिंतित होना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, यह महत्वपूर्ण है कि लोगों को हमारे अतीत के बारे में पूरी सच्चाई पता चले। उन्होंने कहा कि एक लेख से सामने आए तथ्यों से प्रत्येक नागरिक को चिंतित होना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि केंद्र में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के इस फैसले के कारण श्रीलंकाई लोग तमिलनाडु के मछुआरों को पकड़ लेते हैं तथा उन्हें जेल में डाल देते हैं, क्योंकि कई बार वे भटककर इस द्वीप पर चले जाते हैं जो उनके राज्य के तट से महज 25 किलोमीटर दूर है।
उन्होंने कहा कि यह द्वीप 1975 तक भारत के पास था। उन्होंने कहा कि पहले तमिलनाडु के मछुआरे वहां जाते रहते थे, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार में भारत के श्रीलंका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाज्ञपूर्ण रूप से न तो द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और न ही कांग्रेस इस मुद्दे को उठा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी देश और उसके लोगों से जुड़े मुद्दों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण ऐसा कर रहे हैं।