AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोली चलाने के मामले में हापुड़ पुलिस का दावा है कि आरोपी सचिन और शुभम ने जान से मार देने की नीयत से गोली चलाई थी. एसपी ने एबीपी न्यूज को बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बयान दिया है कि दोनों ने ओवैसी को जान से मारने के मकसद से गोली चलाई थी. हालांकि, भागते हुए गोली चलाने के चलते गोली कार के निचले हिस्से पर जा लगी.
ओवैसी पर फायरिंग के मामले में पकड़े गए आरोपी सचिन का कबूलनामा सामने आया है. सचिन ने पुलिस को बताया कि उसने ओवैसी की पार्टी के प्रत्याशी से नजदीकी बनाई उसके बाद सबसे पहले मेरठ और फिर किठौर की रैली में ओवैसी की हत्या करने की कोशिश की लेकिन भीड़ ज्यादा होने के चलते वो उस दौरान सफल नहीं हो सके. जिसके बाद उन्होंने टोल प्लाजा पर हमला किया. सचिन ने बताया कि, ओवैसी ने पहली गोली चलाते हुए देख लिया था जिस कारण वो कार में अंदर नीचे छिप गया इसलिए उन्होंने कार के नीचे गोली चलाई. सचिन ने बताया कि उन्हें लगा कि वो मर गया तो हम भाग गए.
कौन हैं पकड़े गए आरोपी सचिन और शुभम?
असदुद्दीन ओवैसी हापुड़ के टोल प्लाजा पर थे जब दो युवकों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. ओवैसी के ऊपर फायरिंग करने वालों में एक युवक सहारनपुर जनपद का रहने वाला है जिसका नाम शुभम बताया जा रहा है. शुभम सहारनपुर के नकुड थाना क्षेत्र के गांव सापला बेगमपुर में रहता है. वहीं गिरफ्तार अभियुक्त शुभम के माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है. वहीं दूसरा आरोपी सचिन नोएडा के बादलपुर का रहने वाला है. सचिन के मुताबिक उसने एलएलएम किया हुआ है. पुलिस की जांच में पता चला है कि सचिन पर 307 का एक मुकदमा पहले से चल रहा है.
कैसे हुई थी पूरी घटना
बता दें कि 3 फरवरी गुरुवार शाम ओवैसी मेरठ और किठौर में रोड शो करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे लेकिन जब उनकी कार टोल प्लाजा पर पहुंची तो वहां मौजूद दो युवकों ने उनकी कार पर फायरिंग शुरू कर दी. ओवैसी ने खुद पर हुए हमले की जानकारी ट्वीट करके दी थी. यहां कार के आगे खड़े एक आरोपी को ओवैसी की कार चलाने वाले ने टक्कर मार दी, जिससे वो वहीं गिर गया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. वहीं दूसरे आरोपी को लेकर बताया गया कि उसने गाजियाबाद के एक थाने में जाकर खुद ही सरेंडर कर दिया.
असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली आने के बाद इस घटना को लेकर तमाम मीडिया चैनलों को अपना रिएक्शन दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि, इस हमले के पीछे कौन सी ताकतें हैं, उनका पता लगाना जरूरी है. उन्होंने इस हमले को हरिद्वार और बाकी जगहों पर हुई धर्म संसद से भी जोड़ा. जिनमें ओवैसी को लेकर काफी कुछ कहा गया था.