राष्ट्रपति के लुक पर टिप्पणी करना ममता के मंत्री को पड़ा महंगा, अब बदले सुर

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेता अखिल गिरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने रविवार को गिरि के खिलाफ नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। चटर्जी ने गिरी के खिलाफ आईपीसी और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम की धाराओं के तहत तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पार्टी चीफ ममता बनर्जी को गिरि को बर्खास्त कर देना चाहिए और खुद राष्ट्रपति मुर्मू से इस घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए।

FIR दर्ज कराने के बाद चटर्जी ने कहा, ‘ममता बनर्जी को इस मामले पर बयान देना चाहिए। अखिल गिरी उनकी सरकार में मंत्री हैं, उन्हें उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। वे दिल्ली आएं और माफी मांगें। वह जनता के बीच SC-ST के बारे में बहुत कुछ कह सकती हैं, लेकिन उनके मंत्रियों की यही असली भावना है।’

आदिवासी समाज के लोग सड़क पर उतरे

वहीं, अखिल गिरी की टिप्पणी के विरोध में आदिवासी समाज के लोगों ने रविवार को बांकुड़ा में सड़क जाम कर दी। कई आदिवासी समितियों के समर्थक आज खटड़ा, बांकुड़ा में सड़कों पर उतर आए। इन लोगों ने पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री ज्योत्सना मंडी की कार को रोक दिया और जोरदार प्रदर्शन किया।

विवाद होने पर गिरी ने मांगी माफी

मालूम हो कि वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद गिरी ने अपने विवादित बयान के लिए माफी मांग ली थी। गिरि को 17 सेकंड के इस वीडियो में ‘राष्ट्रपति के रूप’ के बारे में टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है। कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर गिरी को मंत्री पद से बर्खास्त करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

राज्य के सुधार गृह मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता गिरी को शुक्रवार देर शाम नंदीग्राम के एक गांव में रैली में कहते सुना गया कि, ‘उन्होंने (भाजपा) कहा कि मैं अच्छा नहीं दिखता हूं। हम किसी को उसके रूप से नहीं आंकते। हम (भारत के) राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं। लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?’

विवाद खड़ा होने पर गिरी ने कहा, ‘मेरा आशय माननीय राष्ट्रपति का अनादर करने से नहीं था। मैं केवल उन बयानों का जवाब दे रहा था जो भाजपा नेताओं ने मुझ पर हमला करते हुए दिए हैं। हर दिन अपने रूप के कारण मैं मौखिक हमले का शिकार होता हूं। यदि किसी को लगता है कि मैंने राष्ट्रपति का अनादर किया है, तो मैं इस बयान के लिए माफी मांगता हूं। देश के राष्ट्रपति का मैं बहुत सम्मान करता हूं।’